अतिपिछड़ों के राजनीतिक अधिकार से महागठबंधन सरकार को परेशानी- श्रवण अग्रवाल।
पटना। रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार अब राजद के रंग में पूरी तरह रंग चुके हैं, राजद के प्रभाव में आकर विकास और कल्याणकारी कार्य पहले ही भूल चुके हैं, अब अति पिछड़ों की हकमारी में जुट गए हैं। अति पिछड़ा आयोग को लेकर सुप्रीम कोर्ट का ताजा आदेश इसका प्रमाण है, यदि नीतीश कुमार सही मायने में अति पिछड़ों को लेकर गंभीर होते तो निकाय चुनाव पर संकट के बादल नहीं मंडराते, जिस प्रकार श्री लालू प्रसाद वर्षों पंचायत चुनाव और उसमें आरक्षण का मामला लटकाते रहे उसी प्रकार श्री नीतीश कुमार ने भी अपनी जिद में निकाय चुनाव को फंसा दिया है। श्री नीतीश कुमार अपनी राजनीति के लिए अति पिछड़ों का सिर्फ उपयोग कर रहे हैं, उन्हें इनका वोट तो चाहिए, लेकिन इनको राजनीतिक अधिकार देने में उन्हें परेशानी होती है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि नगर निकाय चुनाव में राजनीतिक पिछड़ेपन की पहचान के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ट्रिपल टेस्ट के लिए अलग से स्वतंत्र आयोग बनाना था। लेकिन राज्य सरकार ने अति पिछड़ा आयोग को ही स्वतंत्र आयोग अधिसूचित कर दिया, इसमें अध्यक्ष सहित सभी सदस्य राजद-जदयू के नेता है, ऐसे में आयोग पर सवाल उठना स्वाभाविक है, यह आयोग निष्पक्ष नहीं हो सकता है, दुखद तो यह है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भी नीतीश कुमार अपनी जिद पर अड़े हुए हैं।
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