बिहार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. करीब 30 हजार सक्रिय मरीजों के अलावा अब प्रदेश में पिछले 72 घंटों के अंदर डेढ़ दर्जन से अधिक मरीजों की मौत हुई है.
बिहार में तीसरी लहर ने अब तेज हो गयी है. रोजाना हजारों कोरोना मरीज तो सामने आ ही रहे हैं. अब लोगों की जानें भी लगातार जा रही है. पिछले तीन दिनों में 19 कोरोना मरीजों की मौत हुई है. बुधवार को राज्यभर में 7 मरीजों की मौत हुई. वहीं इससे पहले दो दिनों में 12 मरीजों की मौत हुई थी. पटना एम्स समेत अन्य अस्पतालों में मौत के मामले सामने आये हैं. वहीं बुधवार को पहली बार बड़ी तादाद में मरीज स्वस्थ भी हुए हैं.
बुधवार को राज्य में 7 मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी. इससे पहले मंगलवार को सूबे में सात मरीजों की मौत हुई थी जबकि ठीक एक दिन पहले सोमवार को पांच मरीजों की मौत से हड़कंप मचा था. बुधवार को पटना के दो कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों में जिन सात संक्रमितों की मौत हुई उनमें तीन मरीज पटना के ही थे. सहरसा निवासी 14 वर्षीया किशोरी की मौत हुई जो सर्जरी कराने आयी थी. वहीं पटना के 82 वर्षीय और 72 वर्षीय बुजुर्ग की मौत भी हुई. वहीं पटना के 62 बुजुर्ग की मौत इलाज के क्रम में हो गयी.
बिहार में बुधवार को सक्रिय मरीजों की संख्या 28,659 हो गयी थी. राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार भी अलर्ट है. संक्रमण के खतरे को देखते हुए पाबंदियों में कोई छूट नहीं दी जायेगी. सभी जिलों में अगले तीन दिनों तक अभियान चलाकर पाबंदियों को सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिये गये हैं. शुक्रवार से यह अभियान चलेगा. इसके तहत सभी सड़कों, दुकानों , वाहनों, अस्पताल,पुलिस लाइन व जेल सहित सभी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर पाबंदियों को सख्ती से लागू करने को कहा गया है. साथ ही इन जगहों पर मास्क की जांच कराने का भी आदेश दिया गया है.
बता दें कि संक्रमण से सबसे अधिक संकट पटना पर ही गहराया है. जिला में रोजाना हजारों कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं पूरे देश की बात करें तो 211 दिन बाद बुधवार को फिर सबसे अधिक 9.55 लाख सक्रिय मरीज हो गये हैं. जबकि 442 मरीजों की मौत हुई है. देशभर में ओमिक्रॉन के करीब 5 हजार मामले सामने आ गये हैं. बिहार में 28 मरीज ओमिक्रॉन वेरिएंट के अभी तक मिले हैं.
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