अब राजपथ पर नहीं,पीएम मोदी के ‘कर्तव्य पथ’ पर चलेगा नया भारत :  अरविन्द सिंह

40 0

पटना,  9 सितंबर : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि अब राजपथ पर नहीं, पीएम मोदी के ‘कर्तव्य पथ’ पर चलेगा नया भारत । शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया पीएम श्री नई योजना के तहत पूरे भारत में 14,500 स्कूलों को माडल स्कूल के रूप में विकसित करने की मा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने घोषणा की है। इस योजना से 18 लाख से अधिक छात्रों को लाभ मिलेगा । इसके पांच वर्ष के लिए कुल परियोजना लागत 27,360 करोड़ रुपये, जिसमें 18,128 करोड़ रुपये केन्द्र सरकार खर्च करेगी ।

नया भारत की प्रगति में आई तेजी को पछाड़कर भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया है। यह नया भारत की शानदार उपलब्धि है । दुसरी ओर ब्रिटेन को पछाड़कर विश्व की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत बन गया है । कर्तव्य पथ केवल ईंट-पत्थरों का रास्ता भर नहीं है, ये भारत के लोकतान्त्रिक अतीत और सर्वकालिक आदर्शों का पीएम मोदी के लिए जीवंत मार्ग है ।

अब एक देश-एक राशन कार्ड योजना से देशभर में 79.35 करोड़ लाभार्थियों को खाद्यान्न की पहुंच सुनिश्चित कर रही है मोदी सरकार । 5,40,984 उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से 19.58 करोड़ से अधिक राशन कार्ड धारकों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है ।

श्री अरविन्द ने कहा है कि मोदी सरकार के पहले उर्वरक संयंत्रों पर ताला जड़ा था । मोदी सरकार ने 2015 में यूरिया नीति घोषित कर इसकी सूरत बदल दी है । बंद पड़े उर्वरक संयंत्रों को फिर से खोलने के लिए नये सिरे से फोकस किया है। जिससे बिहार का बरौनी संयंत्र पुनः चालू हो रहा है। भारत उर्वरक के मामले में 2025 तक आत्मनिर्भर होगा ।

वहीं दूसरी ओर आत्मनिर्भर भारत के विकास का इंजन बन रहा है भारतीय रेल । रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में लोकोमोटिव, रेल एक्सल और व्हीलसेट के उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हासिल की है। और भारतीय रेलवे में लगातार बढ़ रहे डिजिटलीकरण से डिजिटल इंडिया का सपना साकार हो रहा है। एक वर्ष में 41 करोड़ से अधिक ई-टिकट बुक हुए हैं ।

आज देश की आजादी के बाद भारत में अंग्रेजी शासन का प्रतीक दिल्ली में राजपथ का नाम कर्त्तव्य पथ किया जाना, बदल रहे नये भारत का परिचायक के साथ सार्वजनिक स्वामित्व और सशक्तिकरण का प्रेरणादायी उदाहरण है और वही दूसरा उदाहरण बिहार में है जो “इक हिना पत्थर होता है” जितना रगड़ेंगे उतना ही रंग बदलता है ।  उसी प्रकार हमारे बिहार के मा मुख्यमंत्री महोदय जी है । इनसे बिहार के जनता को  विश्वास की उम्मीद लगाना अपने पैरों में कुल्हाड़ी मारने जैसा है ।

Related Post

निजी विद्यालयों को बंद करने के वजाय इन्हें सुधारने हेतु कार्रवाई क्यों नहीं?-विजय कुमार सिन्हा

Posted by - जून 11, 2023 0
निजी विद्यालय बंद करने का निर्णय चरवाहा विद्यालय पुनः शुरू करने की मंशा से प्रेरित—विजय कुमार सिन्हा अभावग्रस्त सरकारी विद्यालय…

देश को अस्थिर करने वालों के जुटान से नहीं होगा किसी का कल्याण- विजय कुमार सिन्हा

Posted by - जुलाई 17, 2023 0
विपक्षी बैठक में भाग लेने वाले अधिकांश नेता दागी, भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर प्रहार के कारण एक जुट होने की…

नीतीश कुमार के शासन काल में बिहार का हुआ है उन्नत विकास- मुख्तार अली

Posted by - फ़रवरी 7, 2022 0
रिपोर्ट:  (सिद्धार्थ मिश्रा) पटना:भारत हो दुनिया हो या भारत का कोई भी राज्य अब सभी जगह से कोरोना अपने पैर…

बीजीपी कार्यकर्ता की मौत पर बोले अमित शाह, गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से मांगी रिपोर्ट

Posted by - मई 6, 2022 0
कोलकाता के काशीपुर इलाके में बीजीपी कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया का शव शुक्रवार को फंदे से लटका मिला, जिसको लेकर तनाव…
Translate »
Social media & sharing icons powered by UltimatelySocial
LinkedIn
Share
WhatsApp