बक्सर :-“ मैं स्वास्थ्य विभाग का आभार जताता हूँ जिसके कारण मेरे जैसे मजदूर आदमी को घर के नजदीक वैक्सीन लग पाया. लोग बहुत तरह की बातें करते थे कि कोई व्यवस्था नहीं है और अगर कोरोना हो गया तो मरना तय है. लेकिन आशा दीदी ने मुझे बताया कि स्वास्थ्य विभाग सभी को टीका लगाने के लिए सभी जरुरी इंतजाम कर चुकी है और मैं अपने वार्ड में ही वैक्सीन लगवा सकता हूँ”. मैं स्वास्थ्य विभाग का आजीवन आभारी रहूँगा, यह कहना है दिहाड़ी मजदूरी करने वाले बक्सर निवासी योगेंद्र गोंड का. योगेंद्र जिला मुख्यालय स्थित सिविल लाइन्स के वार्ड नंबर 17 के निवासी हैं। जिन्होंने लॉकडाउन में काफी परेशानियों का सामना किया। लेकिन, हिम्मत नहीं हारी। अब वह वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। जिसके बाद वह परिवार की तकलीफों और परेशानियों को दूर करने में जुटे हैं.
काम मिलने में होती थी परेशानी :
योगेंद्र गोंड ने बताया, संक्रमण की दूसरी लहर के बाद जब लॉकडाउन खत्म हुआ, तब उन्हें काम मिलने में काफी परेशानी होने लगी। कई लोगों ने यहां तक कहा कि वह केवल वैक्सीन लेने वालों को ही काम पर रखेंगे। जिसके बाद उन्हें भी वैक्सीन लेने की जरूरत आ पड़ी। लेकिन दिहाड़ी मजदूरी करने वाले के पास ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग का ज्ञान न होने और टीकाकरण सत्र स्थलों पर भीड़ के कारण वह कई बार वैक्सीन लेने से वंचित रह गयें। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग ने जब वार्ड वार सत्रों का संचालन शुरू किया, तो उन्हें भी वैक्सीन की पहली डोज मिल गई। धीरे-धीरे दिहाड़ी मजदूरी करके वह अपने परिवार की आर्थिक कमियों को दूर करने लगे।
वैक्सीन लेने के बाद हुये मानसिक रूप से मजबूत :
योगेंद्र गोंड ने बताया, वह संक्रमणकाल का दंश झेल चुके हैं। जिसके कारण वह आर्थिक रूप से कमजोर भी हुये हैं। लेकिन, वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद वह मानसीक रूप से मजबूत बन गये हैं। जिसकी बदौलत अब वह मजदूरी करके भी अपने परिवार को खुश रख पायेंगे। उन्होंने कहा, वैक्सीन लेने के बाद उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। अब वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी वैक्सीन अवश्य दिलवायेंगे। साथ ही, लोगों को संक्रमण के संभावित खतरे से बचाव के लिये मास्क और शरीरिक दूरी के नियमों का पालन करने के लिये भी सलाह देंगे।
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