(सिद्धार्थ मिश्रा)
किसी भी देश की शक्ति का अंदाज़ा उसके युवाओं की संख्या पर निर्भर करता है, दूसरे शब्दों मे कहें तो युवा किसी भी देश की रीढ़ की हड्डी होते हैं। राजनीति से लेकर व्यापार तक सब कुछ निर्भर करता है की, उसको चलाने वाले लोग किस तरह के हैं। अपने बड़ों के अनुभव के साथ जब युवाओं का जोश मिल जाता है तो फिर किसी भी क्षेत्र में कामयाबी हासिल की जा सकती है। देश के विकास में युवा पीढ़ी का बहुत बड़ा योगदान होता है। देश के युवाओं को सही मार्गदर्शन मिल सके, इसलिए हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन ही राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को ये बताना है कि जिस तरह से स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन में सफलता हासिल की, ठीक उसी तरह उनके विचारों को अपनाकर युवा पीढ़ी भी सफलता हासिल करे।
युवाओं को अच्छी शिक्षा, दिशा और मार्गदर्शन मिले। इसके अलावा युवाओं को आगे बढ़ने का अच्छा अवसर प्रदान किए जाएं, साथ ही साथ युवाओं द्वारा किए उतकृष्ट कार्यों उनके आविष्कारों को देश दुनिया तक पहुंच मिल सके इसी उद्देश्य के साथ हम हर वर्ष 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाते हैं। ताकि युवाओं के हर कार्य को दुनिया तक पहुंचाया जा सके।
भारत सरकार ने सन 1985 से 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा की थी। भारत सरकार ने सन 1985 से हर साल 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद की जयंती को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। स्वामी विवेकानंद देश के महानतम समाज सुधारक, विचारक और दार्शनिक थे। उनके आदर्शों और विचारों से देशभर के युवा प्रोत्साहित हो सकते हैं। स्वामी विवेकानंद के विचारों को जीवन में अपनाकर व्यक्ति सफल हो सकता है। युवा सम्मेलन, प्रस्तुतियां, युवाओं के उत्सव, प्रतियोगिताएं, संगोष्ठियों, खेल आयोजन, योग सत्र, संगीत प्रदर्शन आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में 17 दिसंबर 1999 को यह तय किया गया कि हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाएगा। यह फैसला युवाओं के जिम्मेदार मंत्रियों के विश्व सम्मेलन द्वारा 1998 में दिए सुझावों के बाद लिए गए थे। इस फैसले के बाद पहली बार अगस्त 2000 में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया। 2000 के बाद से हर साल 12 अगस्त को यह मनाया जाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस को देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भाषण, पाठ,
12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। युवा किसी भी देश का भविष्य हैं। देश की युवा पीढ़ी को सही मार्गदर्शन मिल सके, इसलिए हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों से देशभर के युवाओं को प्रोत्साहन मिलता है। 12 जनवरी 1863 को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। हर साल 12 जनवरी के दिन ही राष्ट्रीय युवा दिवस भी मनाया जाता है। इस दिन को देश भर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। किसी भी देश का भविष्य उस देश के युवाओं पर निर्भर होता है।
सिर्फ 25 साल की उम्र में विवेकानंद संन्यासी बन गए थे। संन्यास के बाद इनका नाम विवेकानंद रखा गया। गुरु रामकृष्ण परमहंस से विवेकानंद की मुलाकात 1881 कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर में हुई थी। परमहंस ने उन्हें मंत्र दिया कि सारी मानवता में निहित ईश्वर की सचेतन आराधना ही सेवा है।
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