इंडिया गठबंधन की मंगलवार को दिल्ली के अशोका होटल में चौथी बैठक हुई। इस बैठक में विपक्षी दलों के बीच सीट बंटवारे, ईवीएम, सांसदों के सस्पेंसन और अन्य कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग राज्य स्तर पर होगी। अगर कहीं ये फॉर्मूला काम नहीं करता है, तो हम सभी इस मामले पर मिलकर फैसला लेंगे। लेकिन इस बीच यह भी खबर आई कि ममता बनर्जी की पार्टी सीट शेयरिंग को लेकर कुछ नाराज रहीं।
जानकारी के मुताबिक टीएमसी खुश नहीं थी क्योंकि कांग्रेस ने अभी तक बंगाल में सीट बंटवारे पर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। इसके बाद TMC समेत INDIA गठबंधन के कई दलों ने सीट शेयरिंग को अंतिम रूप देने के लिए 31 दिसंबर तक की डेडलाइन तय की है।
बैठक में टीएमसी ने प्रस्ताव दिया कि कांग्रेस को करीब 300 सीटों पर लड़ना चाहिए, जहां उसकी सीधी लड़ाई बीजेपी से है। बाकी सीटों पर कांग्रेस को क्षेत्रीय पार्टियों को समर्थन देना चाहिए। टीएमसी, जेडीयू समेत कई पार्टियों ने प्रस्ताव दिया कि सीट बंटवारे पर 31 दिसंबर तक मुहर लगाई जाए।
ममता ने रखा पीएम उम्मीदवार का प्रस्ताव
इस बैठक में ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे किया। अरविंद केजरीवाल ने तुरंत इसका समर्थन कर दिया। हालांकि, खरगे ने कहा कि पहले जीतकर आओ, पीएम पर फैसला बाद में कर लेंगे। इससे पहले ममता ने सोमवार को कहा था कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला चुनाव के बाद होगा।
ममता के प्रस्ताव से नाराज हो गए नीतीश और लालू
हालांकि INDIA गठबंधन की बैठक में जैसे ही ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए लिया, तो इसको लेकर लालू प्रसाद और नीतीश कुमार नाराज हो गए। मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित किए जाने से नाराज लालू और नीतीश गठबंधन की बैठक से जल्दी निकल गए और प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी शामिल नहीं हुए। गौरतलब है, लालू ने कुछ दिन पहले ही नीतीश कुमार के समर्थन में बयान दिया था और कहा था कि नीतीश कुमार के सामने कोई चुनौती नहीं है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस से क्यों चले गए नीतीश
जेडीयू सूत्रों की मानें तो INDIA गठबंधन की बैठक में नीतीश कुमार बोले कि जनवरी तक सीट बंटवारा फाइनल होने के बाद ही अगली बैठक बुलाई जाए। उन्होंने कहा, सीट बंटवारा कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार किया जाए। राज्यों में प्रचार की रणनीति तय हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 5 राज्यों में गठबंधन के साथ लड़ते तो नतीजे अच्छे आते। JDU की ओर से कहा गया है कि आज की बैठक में बताने के लिए बहुत कुछ नहीं था। इसलिए नीतीश कुमार साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद नहीं रहे।
30 जनवरी को गांधी मैदान में रैली का प्रस्ताव
सूत्रों की मानें तो शिवसेना यूबीटी ने प्रस्ताव दिया है कि महाराष्ट्र सीट बंटवारे को दिल्ली में ही सुलझाया जाना चाहिए। इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड के लिए राज्य स्तर पर निर्णय लेने को कहा है। इसके अलावा गांधी जी के शहादत दिवस (30 जनवरी) पर पटना के गांधी मैदान में बड़ी रैली करने का प्रस्ताव रखा गया है।
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