बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य में बालू की बोरे के जगह मिट्टी के बोरे का उपयोग ने खोली सरकार की पोल——-विजय कुमार सिन्हा

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सरकार की सभी योजनायें चढ़ी भरस्टाचार की भेंट,

योजनाओं की देखभाल और निगरानी में सरकार रही बिफल,

विभागों में पारदर्शिता औऱ सतर्कता का अभाव के कारण विकास की योजनाओं पर लगा ग्रहण।

पटना, 2जुलाई 2023

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने दरभंगा में तटबंध सुरक्षा में बालू की बोरे की जगह मिट्टी के बोरे पाये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार के दाबों की पोल खुल गई है।

श्री सिन्हा ने कहा कि प्रतिवर्ष बरसात शुरू होने के पहले राज्य के सभी तटबंधों पर मरम्मती और बाढ़ निषेधात्मक कार्य कराये जाते हैं।इसमें करोड़ों रुपये व्यय होता है।लेकिन दरभंगा में तटबंध निरीक्षण में वास्तविक स्थिति का पता चला है।बालू की जगह मिट्टी औऱ पत्थर के जगह दूसरे सामग्री का उपयोग अन्य जगहों पर भी किया जा रहा है।लेकिन सरकार इससे सबक लेने के बदले काम अच्छा होने का ढिढोरा पीट रही है।अभी तो बाढ़ आना बाँकी है।राज्य की जनता उस समय देखेगी कि किस प्रकार का लूट जल संसाधन विभाग के लोगों द्वारा किया गया है।

श्री सिन्हा ने कहा कि नल जल, गंगा जल, जल जीवन हरियाली, अस्पतालों का मिशन60,प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास ,भवन निर्माण,शराब वंदी, बालू खनन सहित राज्य की सभी योजनाओं में भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया है और कार्य में खानापूरी कर राशि की निकासी कर ली जाती है।उपर से नीचे तक राशि का बंदरबांट होता है।आज सरकार अपने किसी भी योजना के बारे में यह बताने में सक्षम नहीं है कि अमुक योजना में शत प्रतिशत राशि व्यय हुआ है और इसमें भरस्टाचार नहीं हुआ है।

श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार के लोग अबगत हैं कि किस प्रकार 2015-17 की महागठबंधन सरकार में चूहों ने बाँध में छेद कर दिया था जिससे बाढ़ आ गई थी।थाने में जप्त कर रखी शराब की बोतल में से चूहों ने शराब पी ली थी।वही महागठबंधन सरकार फिर से बिहार में है।यहाँ अपराधियों औऱ भरस्टाचारिओं में कम्पटीशन है।

श्री सिन्हा ने कहा कि योजनाओं की देखभाल और निगरानी करने बाले लोग खुद एजेंसी और अभिकर्ता से मिलकर कार्य की गुणबत्ता से समझौता कर लेते हैं।अभी सुल्तानगंज अगबानिघाट पुल ध्वस्त होने के जिम्मेदार अधिकारी को तो पहले सरकार द्वारा हटा दिया गया लेकिन कुछ दिन के बाद उन्हें पुल निगम में ही निगरानी का प्रभार सौंपा गया।यह दर्शाता है कि सरकार इन मामलों में लीपापोती में लगी है।मुख्यमंत्री जनता दरबार में शिकायतों का अंबार लगा रहता है पर समाधान नहीं हो पाता है।

श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य की जनता इस सरकार से निराश और परेशान है।यदि सरकार में थोड़ी भी नैतिकता बची है तो आगामी लोकसभा चुनाव के साथ बिहार विधानसभा का चुनाव कराये ताकि राज्य को राजनीतिक अस्थिरता से मुक्ति मिल सके।अभी चोर दरबाजे से आकर सरकार बनाने के कारण इनका इकबाल धराशायी हो गया है।

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