गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज जिले में करीब 100 से ज्यादा बच्चे वायरल फीवर की चपेट में हैं। इनमें कुछ बच्चों का सरकारी अस्पताल में तो कुछ का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान तीन बच्चों की मौत होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा मौत के बाद एक बच्चे की रिपोर्ट में पता चला कि वह मासूम इंसेफेलाइटिस की पुष्टि हुई है। इंसेफेलाइटिस पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद 50 से ज्यादा बच्चों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
बता दें कि बिहार में अब वायरल फीवर का कहर बढ़ता जा रहा है। राजधानी पटना के सभी बड़े अस्पतालों में बच्चों का वार्ड फुल हैं। पटना के एनएमसीएच, आईजीआईएमएस और पीएमसीएच में नीकू और पीकू वार्ड के सभी बेड फुल हैं। यहां नवजात से लेकर 12 साल तक के बच्चे सर्दी, खांसी, बुखार, बेचैनी और निमोनिया की शिकायत के साथ भर्ती हैं। पीएमसीएच के शिशु वार्ड में भी एक भी बेड खाली नहीं है और अस्पतालों पर दवाब बढ़ गया है।
वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में वायरल बुखार और वायरल ब्रोंकाइटिस्ट का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। बीते मंगलवार की रात से बुधवार सुबह तक एसकेएनसीएच में 40 बच्चे भर्ती हुए थे। लेकिन बुधवार की देर रात को फिर तीस बच्चों को भर्ती किया गया, जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया। इसके चलते पीकू वार्ड फूल होने के कारण वहां से बच्चों को पुराने अस्पताल में बने इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती किया गया। वहीं मामले को लेकर शिशु विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि देर रात इसकी समीक्षा की गई और 15 बच्चे को इंसेफेलाइटिस वार्ड में शिफ्ट कराया गया है।
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