स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अब राज्य में कोरोना के 16897 एक्टिव मामले हो गए हैं. वहीं, बीते 24 घंटे में 435 लोग ठीक हुए हैं. किसी के भी कोरोना से मौत की सूचना नहीं है.
बिहार में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) जिस तेजी से फैल रहा है, उसने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और सरकार को चिंता में डाल दिया है. वहीं, आम लोग भी कोरोना की पहली और खासकर दूसरी लहर की भयावहता को देखकर इस बार सहमे हुए हैं. बीते 24 घंटे की बात करें तो राज्य में कोरोना के 5022 नए मरीज मिले हैं. इसमें केवल पटना में 2018 मरीज मिले हैं. उसके बाद सबसे अधिक गया 258, समस्तीपुर में 200, सुपौल में 102, मुजफ्फरपुर में 123, सारण में 121, जहानाबाद में 133, बेगूसराय में 125, दरभंगा में 114 नए मरीज सामने आए हैं.
दो दिनों में डबल हुए आंकड़े
स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अब राज्य में कोरोना के 16897 एक्टिव मामले हो गए हैं. वहीं, बीते 24 घंटे में 435 लोग ठीक हुए हैं. किसी के भी कोरोना से मौत की सूचना नहीं है. कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट 96.11 प्रतिशत है. हालांकि, अगर हम सात जनवरी यानि शुक्रवार के आंकड़ों को देखें तो राज्य में केवल 8489 मरीज थे. वहीं, संक्रमण का कहर पटना, गया और मुजफ्फपुर में था. लेकिन दो दिनों में ही आंकड़े लगभग दो गुने हो गए हैं. वहीं. प्रदेश के कई नए जिलों में भी संक्रमण ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना संक्रमण को देख हुए नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. इसके साथ ही स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालयों को भी छात्रों के लिए बंद कर दिया गया है. केवल इनके कार्यलय को खुला रखने का निर्देश दिया गया है. ताकी परीक्षा संबंधी काम का निष्पादन किया जा सके. इधर कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद जेडीयू और आरजेडी के दफ्तर को भी बंद कर दिया है. वहीं विधानसभा सचिवालय को भी बंद रखने का फैसला लिया गया है.
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