भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि राजधानी पटना से करीब 400 किलोमीटर दूर घटी इस घटना के तहत मेची नदी पर बन रहे पुल का एक खंभा ध्वस्त हो गया।
बिहार के भागलपुर जिले में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के धवस्त हुए अभी बमुश्किल तीन सप्ताह ही बीते होंगे कि राज्य के किशनगंज जिले में शनिवार को एक और निर्माणाधीन पुल का खंभा ध्वस्त हो गया। ये पुल 94 किमी लम्बे गलगलिया से अररिया एनएच 327-E पर बन रहा। इसके निर्माण पर 1546 करोड़ खर्च हो रहे हैं।
विशेषज्ञों की पांच सदस्यीय टीम का गठन
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि राजधानी पटना से करीब 400 किलोमीटर दूर घटी इस घटना के तहत मेची नदी पर बन रहे पुल का एक खंभा ध्वस्त हो गया। अधिकरियों ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय राजमार्ग-327ई पर निर्माणाधीन पुल तैयार हो जाने के बाद किशनगंज और कटिहार को जोड़ेगा।” अधिकारी ने दावा कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है और कारण का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि यह खंभा खड़ा करने की प्रक्रिया के दौरान मानवीय त्रुटि का मामला है। इसके पहले चार जून को खगड़िया जिले को भागलपुर से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा निर्माणाधीन पुल ध्वस्त हो गया था। बिहार अभियंत्रण सेवा संघ ने चिंता जताते हुए निर्मित और निर्माणाधीन सभी पुलों की ‘स्ट्रक्चरल ऑडिट’ करने की जरूरत पर बल दिया है।
हाल ही की टिप्पणियाँ