व्रतियों ने प्रसाद के रूप में ठेकुआ और चावल के लड्डू बनाकर और बांस की टोकरी में अर्घ्य का सूप सजाकर सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ पूजा का विशेष महत्व है और मान्यता है कि छठ पूजा का व्रत करने से संतान की लंबी उम्र होती है। शनिवार रात को खरना का प्रसाद…
पटनाः लोक आस्था के महापर्व छठ की छटा पूरे बिहार में छायी हुई हैं। आज यानी रविवार को छठ महापर्व का तीसरा दिन है। आज के दिन छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। सोमवार को व्रत का पारण किया जाएगा और छठ पर्व संपन्न हो जाएगा। इस दिन व्रती उगते हुए सूर्य को पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हैं। इसके बाद प्रसाद खाकर व्रत का पारण किया जाएगा। वहीं आज सूर्य को अर्घ्य देने के लिए व्रती बिहार के कई घाटों पर पहुंचे।
व्रतियों ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य
व्रतियों ने प्रसाद के रूप में ठेकुआ और चावल के लड्डू बनाकर और बांस की टोकरी में अर्घ्य का सूप सजाकर सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ पूजा का विशेष महत्व है और मान्यता है कि छठ पूजा का व्रत करने से संतान की लंबी उम्र होती है। शनिवार रात को खरना का प्रसाद खाने के बाद छठ व्रती निर्जला उपवास कर रहे हैं। पटना के गंगा घाटों पर व्रती सिर पर धम्मा व दउरा लेकर गीत गाते हुए पहुंचे। वहीं आज दीघा घाट, एलसीटी घाट के आसपास रहने वाली महिला व्रतियों ने पैदल ही तट पर पहुंचकर सूर्य को अर्घ्य दिया। साथ ही कई परिवार अपने-अपने वाहनों से आते हुए दिखें। सड़कों पर जाम न हो इसलिए पटना पुलिस ने पहले ट्रैफिक प्लान बना दिया था।
जिला प्रशासन ने घाटों पर की थी विशेष व्यवस्था
बता दें कि बड़ी संख्या में छठ व्रतियों ने घाटों के अलावा घर के आंगनों, छतों और बगीचों पर भी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पानी जमा किया है। व्रतियों ने उसी पानी में सूर्य को अर्घ्य दिया। पटना के गंगा घाटों जैसे पाटी पुल घाट, रानी घाट, लॉ कॉलेज घाट, पटना कॉलेज घाट, दीघा ब्रिज, कलेक्ट्रेट घाट, दरभंगा हाउस काली घाट, गाय घाट, दीघा 95 नंबर घाट समेत अन्य घाटों पर जिला प्रशासन ने व्रतियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की गई हैं।
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