बिहार में पहली बार ओमिक्रॉन के 27 नये संक्रमित मरीज पाये गये है. पटना स्थित आइजीआइएमएस के जीनोम सिक्वेंसिंग लैब द्वारा 32 कोरोना सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट रविवार को जारी कर दी गयी है.
बिहार में पहली बार ओमिक्रॉन के 27 नये संक्रमित मरीज पाये गये है. पटना स्थित आइजीआइएमएस (IGIMS) के जीनोम सिक्वेंसिंग लैब द्वारा 32 कोरोना सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट रविवार को जारी कर दी गयी है. कुल 32 सैंपलों में 27 सैंपलों में ओमिक्रॉन के वैरिएंट पाये गये हैं जो 85 प्रतिशत हैं.
इसी प्रकार इनमें 4 सैंपल डेल्टा वैरिएंट के हैं जो 12 प्रतिशत हैं. एक सैंपल अज्ञात पाया गया है. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि आइजीआइएमएस में 3 जनवरी को कुल 32 सैंपलों को जीनोम सिक्वेंसिंग जांच के लिए लगाया गया था. इसकी रिपोर्ट रविवार को जारी कर दी गयी है.
संक्रमित पाये जाने वालों में छह-सात लोग आइजीआइएमएस के ही स्टाफ हैं, जबकि शेष अन्य मरीज किसी न किसी बीमारी का इलाज कराने के लिए आइजीआइएमएस में आये थे. आइजीआइएमएस में इलाज के प्रोटोकाल के दौरान इन मरीजों का सैंपल लिया गया था. इसमें कुछ मरीज पश्चिम चंपारण जिले के रहनेवाले हैं तो कुछ मधुबनी जिले के, तो कुछ गया जिले के रहनेवाले हैं और कुछ पटना जिले के हैं.
पॉजिटिव पाये जाने के बाद जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए उन्हीं संक्रमितों का सैंपल जांच कराया गया जिनका सीटी वैल्यू 25 से नीचे थे. वहीं, रविवार को स्वास्थ्य समिति की ओर से जो आंकड़े जारी किये गये उसके मुताबिक, बिहार में कोरोना के 5022 नए मामले सामने आए है. इनमें सबसे अधिक पटना में 2018 नये मामले पाये गये.
इसके साथ ही बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर बिहार देश के 10 टॉप राज्यों में शामिल हो गया है. सबसे अधिक महाराष्ट्र में 41434 मामले पाये गये हैं. जबकि, 10वें नंबर पर बिहार में 5022 केस सामने आये हैं. बिहार में 435 मरीजों ने कोरोना को हराने में सफलता पायी है. जबकि, एक व्यक्ति की मौत की भी पुष्टि की गयी है.
बिहार में रिकवरी रेट घट कर 96.11 फीसदी हो गयी है. गया में दूसरे सबसे अधिक 258 संक्रमित पाये गये हैं. जबकि, मुजफ्फरपुर में 209, समस्तीपुर में दो सौ, बेगूसराय में 125, दरभंगा में 114, जहानाबाद में 133 मरीज पाये गये हैं. राज्य के 10 जिलों में सौ से अधिक संक्रमित पाये गये हैं.
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