समायोजन की नीति को लेकर किसान सलाहकार लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, बिहार विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन किसान सलाहकार विधानसभा मार्च के लिए निकले थे, लेकिन आर-ब्लॉक के पास किसान सलाहकारों को पुलिस ने रोक…
पटना(सिद्धार्थ मिश्रा): समायोजन की नीति को लेकर किसान सलाहकार लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, बिहार विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन किसान सलाहकार विधानसभा मार्च के लिए निकले थे, लेकिन आर-ब्लॉक के पास किसान सलाहकारों को पुलिस ने रोक लिया। कुछ देर तक किसान सलाहकार अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। पुलिसकर्मी उन्हें शांत रहने की बात कर रहे थे। लेकिन किसान सलाहकार अपनी मांगों को लेकर लगातार नारेबाजी कर रहे थे। अंत में पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया।
बता दें कि इसके बाद सारे किसान सलाहकार इधर-उधर भागते हुए नजर आए। वहीं भागने के दौरान कुछ लोग रास्ते में गिर कर चोटिल हो गए। बिहार प्रदेश किसान सलाहकारों का कहना है कि किसान सलाहकार किसानों के बीच घर-घर जाकर कृषि विभाग की योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम करते हैं। इतना काम लेने के बाद भी अल्प मानदेय मात्र 13 हजार दिया जा रहा है। बिहार सरकार किसान सलाहकार का भरपूर शोषण व अन्याय कर रही है।
गौरतलब हो कि किसान सलाहकार काफी समय से हड़ताल पर हैं। लेकिन उनकी मांगों को लेकर कोई सुनवाई नहीं होने से नाराज किसान सलाहकार आज हजारों की संख्या में विधानसभा का घेराव करने के लिए पटना पहुंचे थे।
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