नेहरू से लेकर राहुल तक ने सरकार के ओबीसी के कल्याण, सम्मान देने के निर्णयों का विरोध किया : के लक्ष्मण
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पटना, 8 मार्च। भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद के लक्ष्मण ने आज यहां कहा कि ओबीसी मोर्चा आने वाले दिनों में पूरे देश में 10 हजार सामाजिक सम्मेलन करने का निर्णय लिया है। इसी के तहत कल यानी 9 मार्च को पटना के पालीगंज में एक सामाजिक महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उपस्थित रहेंगे।
इस सम्मेलन में बिहार भाजपा के अध्यक्ष सह उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए के लक्ष्मण ने कहा कि पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में ओबीसी समाज और अति पिछड़ों को जितना सम्मान दिया गया और उनके कल्याण के लिए कार्य किए गए, उतना काम कभी नहीं किया गया। इन्हीं मुद्दों को लेकर मोर्चा देश भर में 10 हजार सामाजिक सम्मेलन आयोजित कर रहा है।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि इन कल्याणकारी निर्णयों का कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों ने हमेशा विरोध किया। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक ने ओबीसी कल्याण, सम्मान देने के निर्णयों का विरोध किया है। समझा जा सकता है कि कांग्रेस की यही नीति रही है। काका कालेकर कमीशन से लेकर मंडल कमीशन तक का विरोध किया गया।
उन्होंने नेहरू के प्रधानमंत्रित्व काल की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने तो सभी प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर ओबीसी या जाति के नाम पर आरक्षण नहीं देने को कहा था। उन्होंने कहा कि संसद में जब प्रधानमंत्री जी ने इसकी चर्चा की थी, तब किसी कांग्रेस के सांसद ने जवाब नहीं दिया था।
राज्यसभा सांसद श्री लक्ष्मण ने कहा कि जब मोदी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का प्रस्ताव रखा था, तब भी क्षेत्रीय दलों ने विरोध किया था। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दल केवल पिछड़ों का ठेकेदार समझते हैं लेकिन कभी उनके लिए एक कदम आगे नहीं बढ़ाया।
उन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर और चौधरी चरण सिंह के भारत रत्न दिए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने इसके लिए सोचा तक नहीं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नीट में ओबीसी के आरक्षण की व्यवस्था की तो कई शिक्षण संस्थानों में भी आरक्षण उपलब्ध कराया। पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में 27 ओबीसी समाज से आने वालों को स्थान दिया गया।
उन्होंने परिवारवाद को लेकर लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी सोच रही है कि इनके परिवार का कल्याण होगा तो समाज का कल्याण हो जाएगा, जबकि प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास की बात करते है। यही कारण है कि देश के लोग प्रधानमंत्री को अपने परिवार का सदस्य और प्रधानमंत्री भी देश के लोगों को अपना परिवार समझते हैं।
श्री लक्ष्मण ने कहा कि प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में 20 से 25 तथा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन से चार समाजिक सम्मेलन करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में ओबीसी समाज सक्रिय भूमिका निभायेगी।
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