पटना।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में शिक्षकों की ट्रेनिंग के मामले में बिहार सरकार एक बार फिर से बैकफुट पर आ गई। बिहार में दुर्गा पूजा के दौरान होने वाले शिक्षकों के प्रशिक्षण को रद्द कर दिया गया है। बिहार सरकार बार-बार हिंदू भावनाओं को चोट पहुंचाने का कार्य कर रही है। राज्य में दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर शिक्षकों की ट्रेनिंग का फरमान जारी करना हिंदूओं की भावनाओं को आहत करने की नाकाम कोशिश थी। जिसका पुरजोर विरोध भाजपा ने किया। भाजपा के दबाव में आकर अब इस फैसले को वापस लिया गया है। सरकार बार-बार ऐसा कर रही है। पूर्व में भी हिंदूओं के त्योहार रक्षाबंधन व जन्माष्टमी पर सरकारी स्कूलों को खोलने का फरमान जारी किया गया था।
जिसका भारी विरोध हआ। जब बिहार सरकार में सही निर्णय लेने की क्षमता नहीं है, तो सरकार में बैठे लोगों को सत्ता से बाहर आ जाना चाहिए।
श्री पांडेय ने कहा कि भाजपा और बिहार की जनता के भारी विरोध के बाद नीतीश सरकार को मजबूरन शिक्षकों का प्रशिक्षण तत्काल प्रभाव से स्थगित करना पड़ा। इसे लेकर एससीईआरटी ने मंगलवार को आदेश पत्र जारी किया। शिक्षकों का प्रशिक्षण सोमवार से सभी जिलों में शुरू हुआ था और यह 21 अक्टूबर तक होना था। नवरात्रि में प्रशिक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी लगातार मुद्दा बन रही थी और हिंदुओं की भावनाओं पर इसे आघात बता रही थी।
श्री पांडेय ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा विभाग लगातार इन दिनों ऐसे-ऐसे आदेश दे रहा है, जिससे शिक्षक परेशान हैं। इससे पहले बिहार के सरकारी शिक्षकों की दशहरे की छुट्टी शिक्षा विभाग ने कम कर दी। दुर्गा पूजा के दौरान शिक्षकों की आवासीय ट्रेनिंग शुरू की गई। हिंदू धर्म को मानने वाले कई शिक्षक नवरात्रि के दौरान उपवास करते हैं। ऐसे में प्रशिक्षण का कार्यक्रम रखना सही नहीं था। महागठबंधन सरकार की मंशा को जनता समझ रही है। आने वाले चुनावों में जनता उनको सबक सीखा देगी।
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