* प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार मुक्त भारत का कर रहे हैं प्रयास और नीतीश कुमार भ्रष्टाचारियों के हवाले बिहार को करने के लिए हैं बेचैन
* बिहार की जनता मुख्यमंत्री का गुलाम नहीं कि जिसे उत्तराधिकारी बनाएं, उसे स्वीकार कर लेगी
*अपनी समाधान यात्रा के दौरान बिहार की जनता का अपमान कर रहे हैं नीतीश कुमार
पटना,08.02.2023
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा व अहंकार की वजह से बिहार में व्याप्त राजनीतिक अस्थिरता और प्रशासनिक अराजकता है। चिन्ता जताते हुए कहा है कि जनादेश के साथ अब मुख्यमंत्री जनता का भी अपमान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार मुक्त भारतबनाने का प्रयास कर रहे हैं वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्टाचारियों के हवाले बिहार को करने के लिए बेचैन हैं। मुख्यमंत्री जी किसी दूसरे दल के नेता को आपके द्वारा उत्तराधिकारी घोषित कर देने से बिहार की जनता उसे स्वीकार नहीं कर लेगी। जब तक आप सत्ता में हैं, अधिकारी आपके गुलाम हो सकते हैं, बिहार की जनता नहीं। अगर आपको अपने नेतृत्व क्षमता पर इतना ही गुमान है तो आपको तुरंत इस्तीफा देकर नया जनादेश लेना चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार पर बोझ हो गए हैं। बिहार एक बार फिर जंगलराज की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। अपराधी व भ्रष्टाचारी बेलगाम हो गए है। राजद के नेताओं ने एक सुनियोचित साजिश के तहत बयानबाजी कर समाज में जो उन्माद का बीज बोया उसी की परिणति है कि आज अनेक जिलों में लिंचिंग और हिंसा की घटनाओं की वजह से समाज झुलस रहा है। जातीय उन्माद के तहत ही छपरा और गोपालगंज की घटनाओं को एक खास दल से जुड़े लोगों ने अंजाम दिया और स्थानीय पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करने से हिचकती रही।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी कथित समाधान यात्रा में जहां भी जा रहे हैं वहां उन्हें जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जनता से विमुख और दूरी बना कर की जा रही यात्राओं से किसी समस्या का समाधान तो दूर की बात है, लोगों में और ज्यादा निराशा गहरा रही है। प.चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, भोजपुर ,सुपौल, लखीसराय आदि जिलों के साथ ही मुख्यमंत्री जहां भी गए वहां उन्हें मुख्यमंत्री हाय-हाय,… मुख्यमंत्री वापस जाओ..’ के नारों का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री जी सच्चाई तो यह है कि अब जनता आपसे ऊब चुकी है। सच को स्वीकारिए और जनता के बीच जाने की हिम्मत जुटाइए। बिहार का शासन अब आपके बूते की बात नहीं है।
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