पटना, 15 फरवरी 2022:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1, अणे मार्ग स्थित संकल्प से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शहीद स्मारक तारापुर, मुंगेर में अमर शहीदों की मूर्ति का अनावरण किया तथा शहीद पार्क तथा पुराना थाना परिसर में पार्क विकास कार्य का भी लोकार्पण किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज तारापुर के शहीद स्मारक का उद्घाटन हुआ है और शहीद पार्क तथा पुराने थाना परिसर में पार्क विकास कार्य का लोकार्पण किया गया है। आज के इस विशेष कार्यक्रम में आप सबों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। सबने संक्षेप में इसके बारे में जानकारी दे दी है। दिवंगत विधायक स्व0 मेवा लाल चैधरी जी ने वर्ष 2016 में सबसे पहले मुझसे यहां के बारे में जानकारी दी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1929 में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की मांग की गई थी। वायसराय लार्ड इरविन और श्रद्धेय गांधी जी के बीच इंग्लैंड में बातचीत हुई, लेकिन वहां जो बातें हुई उससे कोई खास सफलता नहीं मिली। बापू जब लौटकर भारत आए तो उन्होंने आंदोलन करना शुरु किया। इस दौरान 04 जनवरी 1932 को राष्ट्रपिता को गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस को उस समय अवैध संगठन घोषित कर दिया गया और पूर्ण स्वराज की मांग को भी खारिज कर दिया गया। उस समय के कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शार्दुल सिंह कविष्कर ने 15 फरवरी 1932 में सभी सरकारी भवनों पर तिरंगा फहराने का आह्वान किया था। 13 फरवरी 1932 को सुपौर के जमुआ गांव में निर्णय लिया गया और मदन गोपाल सिंह के नेतृत्व में 5 स्वयं सेवकों का धावा दल गठित किया गया। 14 फरवरी को लोग धावा दल के साथ तारापुर पहुंचे और 15 फरवरी 1932 को इनलोगों ने धावा बोल दिया। इसके बाद पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर दी गई। सबलोग भागने लगे लेकिन मदन गोपाल सिंह ने अपनी जेब में रखे झंडे को थाने पर फहरा दिया और वहां लोग नारा लगाने लगे ‘झंडा ऊंचा रहे हमारा’। वहां उत्साहित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर किया जिससे जिलाधिकारी का सिर फट गया। जिलाधिकारी ने 75 चक्र गोली चलाने का आदेश दिया, जिसमें 34 लोग शहीद हो गए। इनमें 13 लोगों के नाम का ही पता चल पाया। उन्होंने कहा कि तारापुर की यह घटना स्वतंत्रता संग्राम के लिए महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमर शहीदों की मूर्तियों को लगाने का निर्णय किया गया, जिसके लिए 77 लाख 50 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई और 7 सितंबर 2018 से मूर्ति का निर्माण कार्य शुरु किया गया। पंचायती राज मंत्री श्री सम्राट चैधरी जी ने भी हमसे बातचीत की थी और इसकी बेहतरी की बात रखी थी। 8 दिसंबर 2021 को हमलोगों ने निर्माण स्थल और थाना को जाकर देखा। उसके बाद चारो तरफ से बाउंड्री बनाने के साथ-साथ इसको और बेहतर ढंग से बनाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि 15 फरवरी 2022 तक इसे पूर्ण करने का निर्णय लिया गया था। 90 वर्ष पूर्व 15 फरवरी 1932 को यह घटना घटित हुई थी, जिसमें 34 लोग शहीद हुए थे। आज 15 फरवरी के दिन ही अमर शहीदों की मूर्ति का लोकार्पण हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन 21 अमर शहीदों के नाम का पता नहीं चल सका उन अज्ञात शहीदों की सांकेतिक मूर्ति निर्माण करने का निर्णय लिया गया। थाना परिसर को भी विकसित करने का निर्णय लिया गया। अब 21 अमर शहीदों के म्युरल का निर्माण 45 लाख 67 हजार रुपये की लागत से किया जाएगा। अब इस योजना कुल लागत 1 करोड़ 28 लाख रूपये हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में बिहार के तारापुर में एक साथ 34 लोग शहीद हुए थे। अब प्रत्येक वर्ष 15 फरवरी को तारापुर शहीद स्मारक पर राजकीय समारोह आयोजित किया जाएगा। ताकि नई पीढ़ी को इन सब चीजों की जानकारी हो सके और लोगों को गौरव महसूस हो। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने शहीदों को याद रखना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग से भी हम यह कहेंगे कि आजादी की लड़ाई में तारापुर के शहीदों के बारे में भी बच्चों को जानकारी दी जाय।
कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री को भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि ने अज्ञात अमर शहीदों के म्यूरल की प्रतिकृति भेंट की।
कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने मुंगेर के अमर शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम को भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चैधरी, मुंगेर के सांसद श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने संबोधित किया। जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार निवास, नई दिल्ली से उपमुख्यमंत्री श्री तारिकशोर प्रसाद तथा तारापुर कार्यक्रम स्थल से पंचायती राज मंत्री श्री सम्राट चैधरी, तारापुर के विधायक श्री राजीव कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार तथा भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि उपस्थित थे। जबकि तारापुर कार्यक्रम स्थल से विधायक श्री ललित कुमार मंडल, पूर्व मंत्री श्री शकुनी चैधरी, पूर्व विधायक श्री गणेश पासवान, अन्य जनप्रतिनिधिगण, पुलिस उप महानिरीक्षक, मुंगेर प्रक्षेत्र श्री संजय कुमार, जिलाधिकारी श्री नवीन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री जगुनाथ जल्लारेड्डी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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