रूस की प्राइवेट आर्मी ‘वैग्नर’ राजधानी मॉस्को के करीब पहुंच गई है। मौजूदा हालातों को देखते हुए मॉस्को में इमरजेंसी लागू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, मॉस्को के मेयर ने आपातकाल लागू कर दिया है और विद्रोह के बाद कार्रवाई की जा सकती है। प्राइवेट सेना ‘वैग्नर ग्रुप’ की बगावत के बीच, मॉस्को के मेयर ने निवासियों से कारों का इस्तेमाल न करने का आग्रह किया और अधिकांश लोगों के लिए सोमवार को गैर-कामकाजी दिन घोषित किया। गवर्नर एक जुलाई तक स्कूल कॉलेज और सभी सामूहिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।
उधर, रूस के लिपेत्स्क प्रांत के गवर्नर ने कहा कि निजी सेना वैग्नर प्रांत में घुस गई है। लिपेत्स्क क्षेत्र मॉस्को से 360 किलोमीटर दक्षिण में है। यह स्थान रोस्तोव-ओन-डोन की तुलना में राजधानी से काफी दूर है जहां रात के वक्त वैग्नर बल दिखाई दिया था। गवर्नर इगोर अर्तामोनोव ने ‘टेलीग्राम’ पर कहा,‘‘ प्राधिकारी जनता की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है।” उन्होंने वैग्नर की मौजूदगी के संबंध में विस्तार से जानकारी नहीं दी।
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को निजी सेना ‘वैग्नर ग्रुप’ के प्रमुख येवेनी प्रीगोझिन द्वारा सशस्त्र विद्रोह की घोषणा को ‘विश्वासघात’ और रूस की ‘पीठ में छुरा घोंपने’ वाला कदम करार दिया। प्रीगोझिन के लड़ाके यूक्रेन की सीमा पार कर रूस के दक्षिण में महत्वपूर्ण शहर में दाखिल हो चुके हैं। टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में पुतिन ने रूस की रक्षा करने का संकल्प लिया।
रूस में तेजी से बदल रहे घटनाक्रम के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि मॉस्को पूरी तरह कमजोर हो चुका है और कीव यूरोप को ‘‘रूस की बुराइयों और अराजकता के फैलने” से बचा रहा है। अपने संबोधन में, पुतिन ने प्रीगोझिन का नाम लिए बिना उसके विद्रोह को, ‘‘विश्वासघात” और ‘‘देशद्रोह” करार दिया।
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