25 अक्टुबर पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि राजद सुप्रीमो श्री लालू यादव जी अपने शासनकाल में भी दलितों का अपमान किया और आज भी अपने ब्यान से कर रहे हैं। इन के शासनकाल में दलित नरसंहार हुआ था। और हाल में देश के महामहिम राष्ट्रपति जी का बिहार दौरा मे राजद के द्वारा महामहिम के कार्यक्रम का बहिष्कार कर इनके दलित विरोधी दल के मानसिकता उजागर हुआ है।
कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास जी बिहार के लिए अतिथि हैं। वे एक राष्ट्रीय दल कांग्रेस का बिहार के प्रभारी हैं। लेकिन वो एक दलित समाज से आते हैं। और उनको भकचोन्हर कहना कितना अपमान की बात है। आप एक दलित समाज के नेता को भकचोन्हर कह रहे हैं, यह आदरणीय लालू प्रसाद यादव जैसे बड़े नेता को ऐसा बयान देना शोभा नहीं देता है। यह उनके दलित विरोधी मानसिकता की एक झलक है।
श्री अरविन्द ने कहा है की आदरणीय श्री लालू प्रसाद यादव जी आप भक्त चरण दास जी का अपमान नहीं किया है। आप बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी के सपनों को अपमान किया है। कि कोई दलित बिहार में एक राष्ट्रीय दल के प्रभारी बन कर आया है। उसको आप बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। यह दलित विरोधी मानसिकता है और दलितों का अपमान है। संत रविदास का अपमान है। आप दलित को पसंद नहीं करते हैं।
आदरणीय लालू प्रसाद यादव जी आप जात-पात धार्मिक उन्माद अगड़ा पिछड़ा करके सामाजिक विभेद करा कराके, आप वोट लेकर सत्ता में आए थे। अब बिहार की जनता सब कुछ आपका समझ चुकी है।अब अगड़ा पिछड़ा हिंदू मुसलमान का विरोध का पूर्णावृत्ति अब नहीं होने वाली है।
क्योंकि बिहार की जनता अब विकास को वोट करती है। जो सरकार गरीबों को उत्थान करता है, उसको बिहार की जनता अब वोट करती है।
अब यह जात पात के विभेद में फंसने वाली बिहार की जनता नहीं है। आपकी सामाजिक विभेद डालने से कुछ हासिल होने वाला नहीं है।
वैसे कांग्रेस पार्टी को तो इस देश की जनता पहले ही नकार चुकी है। और आपने बिहार के जनता के साथ जो धोखा किया है। उसका परिणाम भी आप भोग रहे है। वैसे कांग्रेस पार्टी राजद के द्वारा दुत्कारे जाने के बाद भी वह महागठबंधन से बाहर नहीं जाने वाली है।
श्री लालू यादव जी हालही में होटवार से आप सजायफ्ता होकर स्वास्थ्य लाभ करने के लिए दिल्ली गए थे। और स्वास्थ्य लाभ के नाम पर आपको कंडीशनल बेल मिला है।
आदरणीय श्री लालू प्रसाद यादव जी आज बिहार में आप अपने घर आए हैं। चुनाव प्रचार में जाएंगे तो खुद कोर्ट संज्ञान लेगी। हा आप अब घर बैठ कर आप कभी दलितों का अपमान करेंगे। या कभी अपने उटपटांग बयानों से कभी किसी न किसी जाति का अपमान करेंगे।
“लूर लक्षण बाई तीनों मरले पर जाइ” गांव में एक कहावत है, जो आप पर पूरी तरह से चरितार्थ होता है।
वैसे इस दोनों उपचुनाव में एनडीए को वोट देकर भारी बहुमत से विजई बनाएगी बिहार की जनता।
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