दरअसल, शनिवार को पटना में जेडीयू प्रदेश कार्यालय में 2 दिवसीय प्रभारी राज्य पदाधिकारियों की बैठक शुरू हुई। बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा,
Bihar Politics : नए संसद भवन के उद्घाटन का विवाद बढ़ता जा रहा है। अब इसको लेकर सुशील मोदी और ललन सिंह आमने सामने आ गए हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सुशील मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह अपना भविष्य देखें हमारी चिंता छोड़ दें। हम मुंगेर की जनता के बल पर चुनाव जीत कर आए हैं और मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद जब तक रहेगा तब तक सुशील मोदी जैसे लोग का परवाह हम नहीं करते हैं, अगर इस्तीफा देना है तो देश के पीएम को देना चाहिए।
दरअसल, शनिवार को पटना में जेडीयू प्रदेश कार्यालय में 2 दिवसीय प्रभारी राज्य पदाधिकारियों की बैठक शुरू हुई। बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार समेत कई नेता पहुंचे। ललन सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को कुछ काम तो करना नहीं है झंडी फहराना है। वहीं नीति आयोग की बैठक में सीएम नीतीश की दूरी को लेकर ललन सिंह ने कहा यह सरकारी बात है, सरकारी बात पर मुख्यमंत्री ने क्या कहा। नीति आयोग पर हम कुछ प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करना चाहते हैं यह सरकार का काम है।
बता दें कि सुशील मोदी ने कहा था कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में लगातार दूसरी बार निर्वाचित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों नए संसद भवन के उद्घाटन का अनर्गल विरोध करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह बताएं कि उन्हें ब्रिटिश दासता का प्रतीक पुराना ल्युटियन संसद भवन ही क्यों पसंद है। उन्होंने कहा कि यदि हिम्मत है तो उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का निर्णय करने वाले जदयू सहित सभी 19 दलों के सांसद इस्तीफा दें। ललन सिंह कब इस्तीफा दे रहे हैं।
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