लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पटना पहुंचते ही कटिहार के बारसोई की घटना को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा श्री चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री जी प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं बावजूद उनके प्रशासन के द्वारा लोगों को जब कटिहार में गोली मारी जाती है तो फिर भी वो कोई प्रतिक्रिया नहीं देते जबकि मणिपुर के घटना पर प्रधानमंत्री से सवाल पूछते हैं श्री चिराग ने कहा कि जब मणिपुर पर सवाल करते हैं तो आखिर बेगूसराय दरभंगा और मुजफ्फरपुर की घटनाओं पर वह चुप्पी क्यों साध लेते हैं?
श्री चिराग ने कानून के दुरुपयोग का हवाला देते हुए कहा कि जिस तरह प्रशासन बेलगाम हो गई है अब बिहार में आईपीसी की धारा को खत्म कर देनी चाहिए और कानून की किताब को पूरी तरह जला देनी चाहिए क्योंकि बिहार में उसका कोई महत्व नहीं रह गया है मुख्यमंत्री जी को विपक्षी दलों के संयोजक बनने के लिए बेंगलुरु और मुंबई जाने के लिए पूरा समय है वही बिहार में ऐसी कई घटनाओं को लेकर घटनास्थल पर जाने की फुर्सत नहीं है बीते दिनों दिल्ली में बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर जब महामहिम के साथ बैठक आयोजित की जाती है तो बिहार में सत्तारूढ़ दल का कोई भी प्रतिनिधि वहां शामिल ना होकर बैठक का बहिष्कार करता है
इससे स्पष्ट हो जाता है कि शिक्षा व्यवस्था के प्रति उनकी कितनी उदासीनता है जबकि बिहार में उच्च शिक्षा की हालत बिल्कुल ही बद से बदतर हो गई है 3 साल का सत्र 5 वर्षों और 7 वर्षों में पूरा हो रहा है जो छात्रों के भविष्य के साथ पूरी तरह खिलवाड़ है और ऐसे में जब छात्र उग्र होंगे और आंदोलन करेंगे तो उन पर लाठियां चलाई जाएंगी जब शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतरते हैं तो लाठी चलाई जाती है भारतीय जनता पार्टी के नेता और सांसदों पर भी लाठी से परहेज नहीं की जाती नीतीश कुमार जी को जवाब देना चाहिए कि कानून का इस्तेमाल ना कर सिर्फ लाठी ही अब अंतिम उपाय बनकर रह गई है
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