पटना 06 मार्च, 2022.
आज रविदास चेतना मंच के तत्वावधान में संत शिरोमणि गुरू रविदास जी के 645वां राज्यस्तरीय जयंती समारोह 01 पोलो रोड, पटना (नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी के आवास) पर मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह रविदास चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवचन्द्र राम ने किया तथा मंच का संचालन पूर्व विधायक राजेन्द्र राम नेकिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने दीप प्रज्वलित कर किया ततपश्चात संत शिरोमणि गुरू रविदास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया
कार्यक्रम में आये अतिथियों ने भी संत शिरोमणि गुरू रविदास जी के मूर्ति पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि देने का काम किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि संत शिरोमणि गुरू रविदास जी ने समाज में फैले अंधविश्वास, छूआछूत जैसे समाजिक बुराइयों से समाज को बचाने का काम किया। उन्होंने शिवचन्द्र राम एवं उनके टीम को बधाई देते हुए कहा कि परिस्थितियां चाहे जो रहे वो लगातार संत शिरोमणि गुरू रविदास जी का जयन्ती मनाने का काम
करते आ रहे हैं। जिन मांगों को आज शिवचन्द्र राम जी ने रखा है उसे हमलोग समर्थन करते हैं। संत रविदास जी की विचारधारा को जन जन तक पहुंचाना है यह हमारी बड़ी जिम्मेवारी है देश की सारी संपत्तियों को बेचा जा रहा है उसका निजी करण किया जा रहा है ऐसे में बाबासाहेब के द्वारा दिए गए आरक्षण को खत्म करने की साजिश रची जा रही है इसलिए निजी क्षेत्र में भी आरक्षण दिया जाना चाहिये जातीय जनगणना बहुत ही जरूरी है, जब हमारे पास साइंटिफिक डाटा उपलब्ध होगा तभी हम उसके हिसाब से बजट बना सकते हैं। इस सरकार में गरीब और गरीब अमीर और अमीर होते जा रहा है ।बिहार में हर दूसरा परिवार पलायन कर रहा है। 15 साल से अधिक का शासन के बावजूद बिहार में गरीबी बढ़ी है ।सभी विभागों में खाली पद पड़े हैं लेकिन भरा नहीं जा रहा है महंगाई चरम पर है पेट्रोल, डीजल, गैस सब महंगा हो चुका है
चुनाव में सभी लोगों ने गरीबों की सरकार बनाने का काम किया था लेकिन जनभावना का खयाल किये चोर दरवाज़े से पब्लिक मैंडेट के विरुद्ध चोर दरवाजे से यह सरकार लाई गई ।जातीय जनगणना कराने के प्रस्ताव पर सभी दलों ने समर्थन देकर सर्वसम्मति से विधान मे पास किया था, नीतीश जी जातीय जनगणना नहीं करा रहे हैं।आज बिहार में आर एस एस वाले सरकार चला रहे हैं,अगर हमलोग ढीले पड़ जाएंगे तो आर एस एस अपना एजेंडा लागू करने का काम करेगा।इसलिए हमलोगो को मुस्तैद रहना है।
श्री तेजस्वी यादव ने कहा कि संत रविदास जी के संदेश को पहले अपने जीवन मे उतारना है तभी हम दूसरों को समझा पाएंगे। आज के परिस्थिति मे देश मे नफरत फैलाने वाले लोगों को जबाव संत रविदास जी के संदेशों से ही दिया जा सकता है।आज केवल पूंजीपतियों की बात होती है।जनता को बेवकूफ बनाने का काम होता है।
श्री तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारा दल पहला दल है जहाँ संगठन मे आरक्षण दिया गया है। सभी समाज के लोगों को संगठन से जोड़ना है।हमे एकजूट रहना है गरीबो की सरकार बनानी है तो लालू जी के हाथों को मजबूत करना है।बिहार मे 80-80 घोटाले हुए है लेकिन बताइए कि किसी को जेल भेजा गया है।गरीबों को शराब के नाम पर जेल भेजा गया है। हमारी कोशिश है कि हम सभी समाज के लोगो को उसका हक मिले।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संत रविदास जी ने ऐसे समाज की कल्पना की थी जहाँ शांति और भाईचारा हो, आपस मे भेदभाव नही हो,सब मिलजुलकर रहें।आज हमारे देश और प्रदेश की हालत खराब है।दावा तो न्याय के साथ विकास की की जाती है फिर नीति आयोग की रिपोर्ट कहती है कि देश की आधी आबादी गरीब है,48प्रतिशत से ज्यादा बच्चे भूख और कुपोषण के शिकार है।भ्रष्टाचार के आकंठ मे सरकार डूबी हुई है। नीतीश का विकास अन्याय के साथ विकास है।दलित समाज के साथ छोटी-छोटी जातियां है जिनका विकास नही हो पाया है।
राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव सह विधायक आलोक कुमार मेहता ने संबोधित करते हुए कहा कि संतो के संत, संत शिरोमणि रैदास कर्मयोग के रास्ते पाखंड को समाप्त करना चाहते थे। उन्होंने संदेश दिया कि पाखंड और आडम्बर कुछ नहीं होता। यदि सच्चे मन से ध्यान किया जाय तो ईश्वर आपके पास होंगे। उन्होंने गृहस्थ जीवन जीते हुए कर्मयोग की वकालत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व मंत्री सह रविदास चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवचन्द्र राम ने कहा कि संत किसी जात के नहीं होते हैं, जमात के होते हैं। संत शिरोमणि गुरू रविदास जी के विचारधारा पर चलकर हीं उनको सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है। नशामुक्त समाज और बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर हीं स्वस्थ समाज बना सकते हैं। आज आरक्षण और संविधान को समाप्त किया जा रहा है और इसको बचाने की लड़ाई लड़ने का काम माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी कर रहे हैं।लालू जी हमारे प्रेरणा स्रोत हैं।उनके विचार धाराऔर उनके छात्र जीवन का संघर्ष हमें ताकत दे रहा है। उनके मजबूत संघर्ष का ही परिणाम है कि समाज व्यवस्था में दलितों को उभरने का अवसर प्रदान हुआ है।
रविदास चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवचन्द्र राम ने समाज की ओर से एक मांग पत्र नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी को सौंपने का काम किया जो इस प्रकार है:-
1. बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की आदमकद प्रतिमा बिहार विधानसभा के परिसर में लगाई जाए।
2. अनुसूचित जाति के आरक्षण को 16प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया जाए।
3. विकास मित्रों को 40,000 मानदेय दिया जाए।
4. ममता दीदी का मानदेय 20,000 किया जाए।
5. निजी क्षेत्र सहित न्यायपालिका में आरक्षण लागू हो।
6. प्रोन्नति में आरक्षण लागू किया जाए तथा इस आरक्षण को मौलिक अधिकार में शामिल किया जाए।
7. संत शिरोमणि गुरू रविदास जी एवं बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेदकर जी की जीवनी को प्रथम वर्ग से बारहवीं तक के पाठ्यक्रमों मे शामिल किया जाए।
8. तकनीकी महाविद्यालय में शिक्षारत एससी/एसटी के विद्यार्थियों को पूर्व की तरह छात्रवृत्ति मुहैया कराया जाए।
9. अनुसूचित जाति ध्जनजाति बैकलॉग लागू हो।
10. चमार रेजीमेंट पुनः बहाल किया जाए।
11. बिहार सरकार अपने खर्चे पर जातीय जनगणना कराने का काम करें।
12. मान्यवर कांशी राम जी को भारत रत्न की उपाधि दी जाए।
कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में विधायक सतीश कुमार दास, सुरेन्द्र राम,पूर्व विधायक राजेन्द्र राम, सुबेदार दास, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी सुरेन्द्र राम, विधायक मुकेश रौशन, आरती देवी, सुरेश राम भोला, फुदेना रविदास मिश्री राम, शैलेन्द्र राम, राजद प्रदेश सचिव प्रमोद कुमार सिन्हा सहित कई थे।
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