प्रति दाम्पत्य दो कन्या शिशुओं तक मिल रही दो हजार रूपए
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत संपूर्ण टीकाकरण एवं संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहन राशि का संचालन राज्य स्वास्थ्य समिति स्तर से किया जा रहा है। इस योजना में 11 मार्च 2022 तक संस्थागत प्रसव के लिए दो लाख 14 हजार 947 एवं संपूर्ण टीकाकरण के तहत 60 हजार 17 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत भुगतान का लाभ राज्य स्वास्थ्य समिति की तरफ से मिल चुका है।
श्री पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत अगले तीन महीनों की कार्य योजना बनायी गयी है। इसमें संस्थागत प्रसव के लाभार्थियों के लंबित भुगतान हेतु राशि प्राप्त कर अविलंब भुगतान करना, संपूर्ण टीकाकरण में सत्यापित लाभार्थियों का भुगतान, पोर्टल पर लंबित संधारित लाभार्थियों का सत्यापन, डेटा प्रविष्टियों को सुव्यवस्थित करना, आधार पंजीकरण पर व्यवहारिक प्रशिक्षण (0-5 वर्ष आयु वर्ग), आगामी वित्तीय वर्ष में दोनों अवयवों का आवंटन एवं ससमय भुगतान सुनिश्चित करना शामिल है। इसके अलावे प्रसव के समय मां के पास आवश्यक दस्तावेजों की अनुप्लब्धता और प्रसवोपरांत कुछ लाभार्थियों द्वारा प्रस्तुत न किए जाने की चुनौतियों से निरंतर निपटने के लिए विभाग प्रयासरत है।
श्री पांडेय ने कहा योजना के संपूर्ण टीकाकरण के तहत लाभार्थी को दो वर्ष के अंदर दिए जाने वाले टीके बीसीजी, हेपेटाइटीस बी, रोटावायरस, पोलियो, जेई सहित अन्य जरूरी संपूर्ण टीकाकरण कराने पर दो हजार रुपए दिए जाते हैं। संस्थागत प्रसव के अंतर्गत सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कराए जाने पर प्रति दंपत्ति दो कन्या शिशुओं तक दो हजार की प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाता है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजनान्तर्गत 26 अप्रैल 2016 को अथवा इसके पश्चात जन्म लेने वाले कन्या शिशु के माता-पिता को लाभार्थी की श्रेणी में रखा गया था। इसी प्रकार संस्थागत प्रसव के तहत स्वास्थ्य विभाग स्तर से 18 दिसंबर 2018 या इसके बाद से राशि का भुगतान किया जा रहा है।
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