परोपकार करना दूसरों की सेवा करना और, उसमें जरा भी अहंकार न करना यही सच्ची शिक्षा है। वही से हमारी इंसानियत आरम्भ होती है। यदि व्यक्ति मन में ठान ले तो कोई भी मुश्किल नहीं ,
और आज इसी तर्ज़ पर पटना के हज भवन स्लम में भूमिहार महिला समाज ने वहाँ के बच्चों के बीच फल मिठाई और कपड़े बाँट कर उनके साथ दीपावली की ख़ुशियाँ मनाई , इस अवसर स्लम में रहने वाले पर 130 बच्चों और महिलाओं को मिठाई का पैकेट, बिस्कुट पैकेट फल तथा कपड़े दिए गये ।
इस कार्यक्रम में हम सब ने अपने बच्चे को शामिल किया ताकि अभी से उनके अंदर मानवता, दया और करुणा की भावना जागृत कर सके ताकि आगे चल कर वो समाज हित मे काम कर सके मदद करने की भावना बचपन से उनके अंदर रहे |
बता दूँ कि भूमिहार महिला समाज जो की पटना से शुरू हो कर आज देश के अलग अलग राज्यों में इस तरह के कार्यों को करता आया है ।
इस मौक़े पर प्रीति प्रिया , माया, तिलोत्मा , रश्मि, भावना भारद्वाज, ममता, अनीता , नीलू , आभा, इंदुमाला, सुमन सिंह, संगीता, लता रानी, रुक्मिणी औऱ BMS के अन्य कई सदस्य उपस्थित थीं । यह नेक कार्य कर सभी महिलाएँ काफ़ी खुश थीं। सबने कहा की दिल को सुकून मिलता है ऐसा कर के।
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