पटना।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं बीजेपी बंगाल प्रभारी श्री मंगल पांडेय ने कहा कि कांग्रेस पहले अपने घर को संभाले फिर विपक्षी एकता का दिव्य स्वप्न देखे। आज आलम ये है कि खुद की पार्टी अंतर्कलह से जूझ रही है, तो विपक्षी दलों को एकमत करना क्या उनके बस में है। ताजा उदाहरण राजस्थान कांग्रेस की हालिया बगावत से भी ले सकते हैं। जहां कांग्रेस नेता सचिन पायलट व सीएम गहलोत के बीच चली आ रही तनातनी फिर भड़क गयी। जिसपर कंग्रेस अध्यक्ष एवं आलाकमान लाचार दिखे। सचिन ने अपने ही सीएम को चुनौती दे दी। ये कांग्रेस देश की बागडोर संभालने का सपना देख रही है। आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में भी कोई वेकैंसी नहीं है। देश की जनता ने तय कर लिया है कि अगली बार भी पीएम की कुर्सी पर श्री नरेंद्र मोदी को ही बैठाएंगे।
श्री पांडेय ने कहा कि आदरणीय पीएम की लोकप्रियता और विकास कार्यों से प्रभावित होकर कांग्रेस के कई दिग्गज बीजेपी में अपनी आस्था दिखा रहे हैं। हाल के दिनों में भी कांग्रेस के कई वरीय नेता भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं। कांग्रेस को दो दिन में दो बड़े झटके लगे हैं।
भाजपा के स्थापना दिवस छह अप्रैल को केरल के पूर्व सीएम एके एंटनी के पुत्र अनिल एंटनी ने भाजपा का दामन थाम लिया। ठीक दूसरे दिन यानी सात अप्रैल को आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम किरण रेड्डी भाजपा में शामिल हो गए। दक्षिण की राजनीति में भाजपा के लिए यह एक बड़ी सफलता है। पूर्व में कांग्रेस के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, गुलाम नबी आजाद और मौजूदा दौर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सरीखे दिग्गजों ने भी कांग्रेस की गलत नीतियों और पूर्व सांसद श्री राहुल गांधी व आदरणीय सोनिया गांधी की नेतृत्व को नकार पार्टी छोड़ दी। हद तो तब हो गयी जब हाल के दिनों में कांग्रेस के वरीय नेता गुलाम नबी ने एक इंटरव्यूह में यह कह दिया कि राहुल को राजनीति नहीं आती उनकी वजह से पार्टी छोड़ी।
श्री पांडेय ने कहा कि पीएम मोदी देश में चौतरफा विकास कर रहे हैं। वहीं विपक्ष नेतृत्वकर्ता की तलाश में है। तमाम क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस की हालिया प्रदर्शन से नाखुश हो उनपर हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्किाअर्जुन खरगे तमाम दलों से फोन कर मिलने की गुजारिश कर रहे हैं। यह उनकी राजनीतिक पतन है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के अलावे एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी आजकल कांग्रेस की नीतियों से अलग बयान दे रहे हैं। तेलंगाना सीएम चंद्रशेखर राव भी पीएम बनने का ख्वाब देख रहे हैं, वहीं आम आदमी पार्टी व पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी कांग्रेस पर हमलावर हैं।
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