पिछले महीने बीजेपी ने आरा में बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के मौके पर बड़ी जनसभा की थी जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे. इस दौरान एक स्थान पर सबसे ज्यादा झंडा फहराने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया गया था. इसे देखते हुए अब जदयू ने क्षत्रिय समाज को एकजुट करने और पार्टी में जोड़ने के लिए बड़ी तैयारी की है.
पटना. बीजेपी के वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के आयोजन के बाद अब जेडीयू भी शक्ति प्रदर्शन करने को तैयार है. पिछले महीने बीजेपी ने आरा में बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के मौके पर बड़ी जनसभा की थी जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे. इस दौरान एक स्थान पर सबसे ज्यादा झंडा फहराने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया गया था. इसे देखते हुए अब जदयू ने क्षत्रिय समाज को एकजुट करने और पार्टी में जोड़ने के लिए बड़ी तैयारी की है.
जदयू एमएलसी और प्रवक्ता संजय सिंह के आवास पर शुक्रवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें संजय सिंह के अलावा पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह एवं कई पार्टी के नेता शामिल रहे. इस कार्यक्रम में आने वाले दिनों में पटना में क्षत्रिय समाज से जुड़े पंचायत जनप्रतिनिधियों को सम्मानित करने और पटना में बड़ी रैली करने की तैयारी की रणनीति बनाई गई.
19 जून को जेडीयू करेगा शक्ति प्रदर्शन
जदयू एमएलसी संजय सिंह के आवास पर हुई बैठक में तय किए गए रणनीतियों की चर्चा करते हुए संजय सिंह ने बताया कि 19 जून को पटना में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित होगा जिसमें बिहार भर के सभी क्षत्रिय पंचायत जनप्रतिनिधियों को बुलाया जाएगा और उन्हें मंच पर सम्मानित किया जाएगा. सिर्फ इतना ही नहीं इस सम्मान समारोह के बाद पटना में क्षत्रिय समाज के लोगों को बुलाकर एक बड़ी रैली का भी आयोजन होगा. जदयू की कोशिश है कि क्षत्रिय समाज से जुड़े तमाम लोगों को पार्टी से जोड़ा जाए और वोट बैंक को एकजुट रखा जाए.
तेजस्वी के A टू Z रणनीति के बाद मची हलचल
बिहार विधान परिषद चुनाव और बोचहा विधानसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की हुई बड़ी जीत के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि भूमिहार समाज का झुकाव अब आरजेडी की तरफ होने लगा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी लगातार इस बात को बताते आ रहे हैं कि पार्टी A टू Z की हो गई है जहां सभी को प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है. स्वर्ण समाज में आरजेडी की लगी सेंध के बाद तमाम राजनीतिक दलों ने सक्रियता बढ़ा दी है. पिछले दिनों ही भूमिहार समाज द्वारा आयोजित परशुराम जयंती के मौके पर तेजस्वी यादव को मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल किया गया था, जहां तेजस्वी ने लोगों को आरजेडी के साथ जुड़ने का आह्वान किया था. अब बीजेपी और जदयू दोनों अपने-अपने तरीकों से स्वर्ण वोटरों पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए नई रणनीति बनाने लगे हैं.
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