पटना 1 दिसंबर : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि अराजकता हिंसा की अंतहीन संस्कृति हीं राजद की प्रवृत्ति है, इसी को लोग लालू बाद भी कहते हैं। जिसका कल्ह विधानसभा के परिसर में राजद के मुख्य प्रवक्ता के द्वारा एक नमूना पेश किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी के दरभंगा से मा विधायक और सीनियर नेता श्री संजय सराओगी जी के साथ, जिस तरह से भाई बिरेंद्र ने गाली गलौज किया और मारने के लिए चले विधानसभा परिसर में। ये राजद विधायक भाई बिरेंद्र के द्वारा किया हुआ कुकृत्य माफी के योग नहीं है।
राष्ट्रीय जनता दल की हिंसा और अराजकता की प्रवृत्ति मनोवृति ही संस्कृति है। और इसी प्रवृत्ति और मनोवृति और संस्कृति के चलते बिहार हिंसा और आरजकता की आग में पहले झोंक दिया गया था। और बिहार की जनता त्राहिमाम हो करके राजद को नकार दिया था।
एक बार पुणे उसी चरित्र को भाई वीरेंद्र जी के हरकतों के द्वारा विधानसभा परिसर में पूर्णवृत्ति हुई है।
राजद पूरी पार्टी रंगा सियार है, जो नील के टब में गिरकर के रंगा गया था, और जनता उस सियार से डरने लगे थे, उसको न्यायाधीश और अच्छा समझने लगे थे। लेकिन जैसे ही बारिश हुई वह सियार हुआ हुआ करना चालू कर दिया और उसका रंग उतर गया। राजद की पुनः एक बार हिंसक और अराजक प्रवृत्ति विधानसभा परिसर में उजागर हुई हैं।
दूसरी और विधानसभा परिसर में खाली शराब की बोतलें जो मिली है। कहीं अराजक और हिंसक मनोवृति के दलों के द्वारा यह बहुत बड़ी षड्यंत्र तो नहीं, मा मुख्यमंत्री जी के शराब बंदी कानून को विफल करने के लिए, यह जांच का विषय है।
इस प्रवृत्ति के लिए नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव जी को बिहार के जनता से माफी मांगनी चाहिए और खेद प्रकट करना चाहिए।
विधानसभा परिसर में भाई बिरेंद्र के किए हुए कुकृत्य के लिए उनको सदन से निलंबित करना चाहिए और उनको विधानसभा के अंदर माफी मांगनी चाहिए।
राष्ट्रीय जनता दल के मा विधायक भाई वीरेंद्र के द्वारा विधानसभा परिसर में गाली गलौज से बिहार फिर एक बार पुणः शर्मिदा हुआ है।
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष जी को भी इस घटना के लिए बिहार की जनता से माफी मांगना चाहिए।
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