पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बीरेन्द्र कुमार ने एक बयान में कहा, ‘‘घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।’ उन्होंने बताया कि मारे गए लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए दिए..
बक्सर: रेलवे ने दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के छह डिब्बे बुधवार रात को बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के पास पटरी से उतरने के मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
कई रेलगाड़ियों के मार्ग परिवर्तित
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बीरेन्द्र कुमार ने एक बयान में कहा, ‘‘घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।” उन्होंने बताया कि मारे गए लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि प्राथमिकता पटरियों को खाली कराने की है। वह मार्ग बहाली के लिए किए जा रहे कार्यों की निगरानी के लिए रघुनाथपुर में हैं। प्रकाश ने बताया, ‘‘मृतकों की संख्या चार है और 40 यात्री घायल हुए हैं। उचित जांच के बाद ही डिब्बों के पटरी से उतरने के कारणों के बारे में पता चल पाएगा। फिलहाल हमारी प्राथमिकता पटरी को खाली कराना है। जब तक सामान्य यातायात बहाल नहीं हो जाता, ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित रहेगा।”
गंभीर रूप से घायल यात्री पटना रेफर
इससे पहले रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) के एक अधिकारी ने कहा था कि दुर्घटना में कम से कम 70 लोग घायल हो गए हैं और उन्हें स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ईसीआर की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पांच घायलों की हालत गंभीर है वहीं 25 को मामूली चोटें आई हैं। अधिकारियों ने बताया कि असम में गुवाहाटी के समीप कामाख्या जाने वाली ट्रेन के उन सभी यात्रियों को गुरुवार तड़के एक राहत ट्रेन से रवाना किया गया, जो आगे की यात्रा करने की स्थिति में थे। पटरियों को साफ करने के लिए क्रेन और धातु काटने वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस हादसे में ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए हैं, और कुछ पलट भी गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर घायलों का इलाज बक्सर शहर और आरा के अस्पतालों में किया जा रहा है। गंभीर रूप से घायल 10 यात्रियों को पटना के एम्स ले जाया गया है।
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