ललन ने कहा कि दिसंबर महीने में हुई जदयू की पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में केवल राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया गया था। इसके बाद से किसी अन्य पदाधिकारी को नियुक्त नहीं किया गया है। इसलिए कुशवाहा अब संसदीय बोर्ड के प्रमुख नहीं हैं।
पटनाः जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह( Lalan Singh) ने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अब पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष नहीं हैं। वह अब केवल जदयू(JDU) के एमएलसी(MLC)हैं। साथ ही कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अगर पार्टी में मन से रहेंगे तो पार्टी के शीर्ष पद पर फिर से गतिहीन हो सकते हैं।
“कुशवाहा अब संसदीय बोर्ड के प्रमुख नहीं”
ललन ने कहा कि दिसंबर महीने में हुई जदयू की पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में केवल राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया गया था। इसके बाद से किसी अन्य पदाधिकारी को नियुक्त नहीं किया गया है। इसलिए कुशवाहा अब संसदीय बोर्ड के प्रमुख नहीं हैं। जदयू अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कुशवाहा ने दावा है कि वह पार्टी की भलाई के बारे में चिंतित हैं जबकि प्रत्येक दिन अपने असंतोष को सार्वजनिक कर इसे नुकसान पहुंचा रहे हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या दुराग्रह से कुशवाहा को विधान परिषद का पद गंवाना पड़ सकता है, जदयू प्रमुख ने कहा कि ये कहना मेरे बस की बात नहीं है। किसी सदस्य को अयोग्य ठहराना सदन के सभापति का विशेषाधिकार होता है।
कुशवाहा ने JDU कार्यकर्ताओं को लिखा था पत्र
बता दें कि जेडीयू में ‘अलग- थलग’ पड़े संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा(Upendra Kushwaha) ने रविवार को जेडीयू के कार्यकर्ताओं को एक पत्र लिखा और कहा कि जेडीयू को बचाने के लिए हम लोग को आगे आना होगा। उपेंद्र कुशवाहा ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रिय साथी, हमारी पार्टी अपने आंतरिक कारणों से रोज रोज कमजोर होती जा रही है। महागठबंधन बनने के बाद हुए विधानसभा उप चुनावों के परिणाम आने के समय से ही में पार्टी की स्थिति में मुख्यमंत्री जी को लगातार अवगत कराते आ रहा है। समय-समय पर पार्टी की बैठकों में भी अपनी बात रखते आ रहे है। विगत एक महिने से मैने हर संभव तरीके से कोशिश की है कि दिनानुदिन अपना अस्तित्व खोती जा रही पार्टी को बचाया जा सके।
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