पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार जारी है। सरकार की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका दिया जाए। ताकि कोरोना वायरस के खतरे को खत्म किया जा सके। इसी क्रम स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से बचाव के लिए 15 से 18 आयु के एचआईवी पीड़ितों को टीका लगाने का काम शुरू कर दिया है। सामान्य व्यक्तियों की तुलना में एचआईवी पीड़ितों में कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक होता है। इसको ध्यान में रखते हुए राज्य में एचआईवी पीड़ितों को कोविड वैक्सीन लगाया जा रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि 15 से 18 वर्ष के एचआईवी पीड़ित बच्चों को राज्यभर में संचालित एआरटी सेंटर पर कोरोना का टीका लगाने का काम शुरू किया गया है। टीकाकरण के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नर्स को प्रतिनियुक्त किया गया है, जिससे उन बच्चों की गोपनीयता रखते हुए कोरोना टीका लगाया जा सके। पहले से ही 18 वर्ष से अधिक आयु के एचआईवी पीड़ितों को कोविड 19 टीका देने का काम चल रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग एचआईवी पीड़ितों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि राज्य के विभिन्न एआरटी केंद्रों पर एचआईवी पीड़ितों को निःशुल्क दवा प्रदान की जा रही है एवं उनका बेहतर उपचार किया जा रहा है। लॉक डाउन के दौरान भी उनके घरों तक दवाइयां पहुंचाई गई।
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