पटना, 5 मई: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि एनडीए की सरकार ने बिहार में विकास कर राजद शासनकाल के कलंकित काली इतिहास को साफ किया है। एनडीए की सरकार आने के बाद बिहार को बीमारू से विकसित राज्य बनाने का काम किया है। 84 लाख माताओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर मिला है,78 लाख किसानों को हर साल 6 हज़ार रुपये मिल रहे हैं और 38 ज़िलों में आत्मनिर्भर क्रिटीकल केयर यूनिट बनाए गए हैं।
एक लाख पच्चीस हज़ार करोड़ के पीएम पैकेज की सारी की सारी योजनाएँ अब शुरू हो चुकी है और किसान क्रेडिट कार्ड से लगभग दो लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऋण दिए गए हैं।
भोजपुर में एक नए कृषि अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है और मा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार ने समस्तीपुर में 11 करोड़ रुपये की लागत से एग्री बिज़नेस और रूरल मैनेजमेंट संस्थान का भवन बनाया
बरौनी में रिफ़ाइनरी क्षमता का विस्तार किया और फर्टिलाइजर का प्लांट लगाया, 2,300 करोड़ रुपये की 617 किलोमीटर लंबी जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइन का काम शुरू हो गया है। 1,800 करोड़ रुपये की पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन को आगे बढ़ाया गया है।
श्री अरविन्द ने कहा है कि बोधगया में भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) की स्थापना की गई है, और 54 सड़कों पर 54,700 करोड़ रुपये के निवेश का काम किया गया है।
दरभंगा में 100 करोड़ रुपये की लागत से एक नया एयरपोर्ट बन गया है और काम वहां चल रहा है और 1,200 करोड़ रुपये के खर्च से पटना एयरपोर्ट का विकास किया जा रहा है।
बिहार में एनडीए की सरकार आने से पहले राज्य की स्थिति बहुत ख़राब थी, लोग उस समय की बदहाल व्यवस्था को भूल नहीं सकते, जो बिहार के राजद शासन का काला कलंकित इतिहास था।
बिहार में शुरू होगी नदी जोड़ परियोजना कोसी-मेची लिंक, सकरी-नाटा, बागमती-गंगा, बागमती-बूढ़ी गंडक, बूढ़ी गंडक नून वाया गंगा लिंक और कोसी-गंगा लिंक योजना शामिल हैं।
इससे पूरे बिहार को बाढ़ और सुखाड़ से मिलेगी राहत और सिंचाई क्षेत्र में भी होगी बढ़ोतरी।
एनडीए की सरकार ने बिहार में विकास कर राजद शासनकाल के कलंकित काली इतिहास को साफ किया है।
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