नवजातों के बीमारियों की पहचान में होगी आसानी
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्येश्य से एसएनसीयू (विशेष नवजात देखभाल ईकाई) और एनआइसीयू ( नवजात गहन देखभाल ईकाई) की सुविधाओं को समृद्ध किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य के 34 जिलों के एसएनसीयू व 9 मेडिकल कॉलजों के एसएनसीयू/एनआइसीयू में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन की व्यवस्था की जा रही है, जो शीघ्र ही उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जा रही है।
श्री पांडेय ने कहा कि एसएनसीयू व एनआइसीयू में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन अधिष्ठापित हो जाने से नवजातों के चिकित्सकीय जांच में सहायता मिलेगी। इससे जन्मजात बीमारियों सहित अन्य बीमारियों की पहचान में आसानी होगी। इसमें एक्स-रे मशीन नवजातों की बेड तक उपलब्ध हो पाएंगे। पोर्टेबल मशीन का संचालन अभी जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों के तकनीशियन करेंगे एवं इसका मॉनिटरिंग एसएनसीयू प्रभारी करेंगे, ताकि नवजातों को कोई परेशानी न हो।
श्री पांडेय ने कहा कि कोविड काल में भी एसएनसीयू की सेवा निरंतर चालू रही। यह सेवा शिशु मृत्यु दर को कम करने में सहायक रहा। एसएनसीयू नवजातों के विशेष देखभाल के लिए स्थापित ईकाई है, जहां नवजातों को बेहतर चिकित्सा मिलती है। एसएनसीयू में वार्मर, फोटोथेरेपी, सी-पैप, अम्बूबैग, ऑक्सीजन कंस्नट्रेटर जैसी उपयोगी और आधुनिक मशीनें होती हैं। इसके अलावा रोस्टर वाइज शिशु रोग विशेषज्ञ तथा पारामेडिकल स्टॉफ की मौजूदगी हमेशा बनी रहती है।
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