कृषिजीवी जातियां राष्ट्रवादी धारा से अलग नहीं होंगी : रवींद्र रंजन

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कृषिजीवी जातियों की राजनीति पर पकड़ बनाने के लिए कुछ दिनों से मचे घमासान के बीच स्वामी सहजानन्द किसान वाहिनी के राष्ट्रिय अध्यक्ष रवींद्र रंजन ने कहा है कि कृषिजीवी  जातियों की परनिर्भर्ता कि राजनीति की बजाय आत्मनिर्भता की राजनीति ही बरकरार रहेगा । कृषिजीवी जातियां राष्ट्रवादी धारा से अलग नहीं होंगी बशर्ते कि उनकी राजनीतिक हिस्सेदारी का सम्मान बरकार रहे। हालांकि कुछ लोग कृषिजीवी जातियों का राजनीतिक सौदेबाजी उनके जानी दुश्मन से कर रहे हैं जो कृषकों के लिए आने वाले लंबे समय में लिए नुकसानदाई होगा। उक्त बातें श्री रंजन ने पटना के आईएमए हॉल में आयोजित स्वामी सहजानन्द किसान वाहिनी के राष्ट्रिय कार्यसमिति सह एक दिवसीय चिंतन शिविर में कही। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों का असली हित स्वामी सहजानन्द सरस्वती के आदर्शों में छुपा है और वर्तमान की नरेंद्र मोदी सरकार कमोबेश सहजानन्द के सपनों को साकार करने का प्रयास कर रही है।

इस अवसर पर आईएएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुवे कहा कि किसानों ने हमेशा से समाज निर्माण में अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह किया है। मगर यह कृषिजीवी जातियां अब उपेक्षित होने की वजह से शिकायत कर रही हैं। इनकी शिकायत का निदान जिम्मेवारी से होना चाहिए। लंबे समय तक कृषिजीवी जातियों को नाराज़ नहीं रखा जा सकता। वहीं स्वामी सहजानन्द किसान वाहिनी के राष्ट्रीय संयोजक जीवन कुमार ने कहा कि कृषिजीवी जातियों के योगदान से समाज, सियासत और धर्म तीनों का संतुलन बना रहता है। मजबूत राष्ट्र और समाज निर्माण के लिए कृषकजीवी जातियों का मजबूत बना रहना जरूरी है। जीवन कुमार ने ऐलान किया कि 26 जून को स्वामी सहजानन्द के पुण्यतिथि के अवसर पर पटना में किसानों का बड़ा जुटान होगा और कृषिजीवी जातियों के नीति और नेतृत्व के भविष्य पर विचार मंथन खुले मंच से किया जाएगा। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने किसानों के हित में जो किया है उसका भी साकारत्मक आंकलन होगा।

इस अवसर पर विभिन्न प्रांतों से आए किसान वाहिनी के प्रांतिय प्रतिनिधियों अपने विचार से चिंतन शिविर को अवगत कराया। पश्चिम बंगाल से आए राष्ट्रिय उपाध्यक्ष भूषण शर्मा  ने कहा कि रवींद्र रंजन के प्रयासों से केंद्रीय स्तर की योजनाओं में  स्वामी जी के सपनों का समावेश हो रहा है तथा राष्ट्रिय स्तर पर सहजानंद के विचारों का जागरण बना हुवा है। जबकि उत्तर प्रदेश से आए राष्ट्रीय महासचिव विनय कुमार राय ने मांग किया कि अगले वर्ष किसान वाहिनी के राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक बिहार से बाहर किसी अन्य प्रदेश में आयोजित किया जाय। समारोह को किसान नेता मधेश्वर शर्मा, अधिवक्ता सुनील कुमार, अधिवक्ता शिव कुमार, कुशवाहा महासभा के महासचिव शशि कुमार वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र कुमार, ज्ञानेश्वर राय, दीपक मनंदा, निकिता सिंह, भूषण शर्मा, विनय कुमार राय आदि लोगो ने संबोधित किया।

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