राज्य के सभी जिलों में दलित अफसरों की भी नियुक्ति राज्य सरकार- पशुपति पारस
पटना। आज शनिवार को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस अरवल जिला के परासी थाना के अंतर्गत चकिया गांव पहुँचें। केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने वहां पहुँचकर 28 नवम्बर के रात्रि में वहां के दबंगों के द्वारा पासवान महिला सुमन कुमारी एवं उनकी पाँच वर्षीय मासूम बच्ची को जिंदा जलाये जाने की घटित घटना में सुमन कुमारी की हुई मौत पर उनके परिवारजनों से मिलकर शोक संवेदना प्रकट की।
पशुपति कुमार पारस ने रामजीत पासवान के जले हुए घर एवं पूरे घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतका सुमन कुमारी के पति रामजीत पासवान और इस अग्निकांड घटना चश्मदीद गवाह मृतका सुमन देवी की गोतनी आरती देवी से उस दिन घटित घटना की सारी जानकारी ली। पशुपति कुमार पारस ने वहां काफी संख्या में उपस्थित पासवान एवं दलित लोगों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं महागठबंधन सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि महागठबंधन सरकार अविलंब तत्कालीन परासी थाना प्रभारी पर 302 का मुकदमा दर्ज करें उसे अविलंब गिरफ्तार कर जेल भेजने की कारवाई करे साथ ही इस घटना में जो भी नामजद अभियुक्त है उसपर स्पीडी ट्रायल के तहत त्वरित कारवाई करते हुए कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम वर्तमान सरकार करें।
इस घटना में फरार नामजद महिला अभियुक्त की भी जल्द से जल्द गिरफतारी करने की मांग पशुपति कुमार पारस ने की। पशुपति कुमार पारस ने आगे वहां कहा कि बिहार के सभी जिलों में उच्च पद पर पदस्थापित पदाधिकारियों में एक दलित वर्ग का पदाधिकारी होना चाहिये जिससे राज्य के जिलों में उनपर अत्याचार और उत्पीड़न की घटना पर तत्वरित कारवाई हो सके। पारस ने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से असफल है। शराबबंदी नेे हजारों दलितों एंव गरीबों का जीवन लील लिया है।
सरकार शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करें नहीं तो पूरी तरह निरस्त कर बिहार में शराबबंदी को समाप्त कर पुराना पैटर्न लागू करे। पारस ने कहा कि मैंनें पहले ही कहा था इधर कुछ दिनांे से पासवान समाज के पदाधिकारियों को गलत ढंग से फँसाया जाता है तथा पदस्थापन में भेदभाव किया जाता है। कुछ दिन पहले ही पासी समाज पर बिहार सरकार के द्वार लाठी चार्ज किया गया था जिसमें कई लोगों को काफी चोट पहुँचा था पासी समाज का रोजी रोटी का साधन ही है ताड़ी उतारना और ताड़ी बेचना तथा उसी से उसका जीवकोपार्जन होता है, इसलिए राज्य सरकार ताड़ी उत्पाद को कृषि उत्पाद का दर्जा दे और इसका उत्पादन,व्यवसाय,परिवहन एवं उपयोग का अविलंब अनुमति भी दे जिससे दलित और महादलित वर्ग का कल्याण हो।
सरकार शराबबंदी काननू को सख्ती से लागू करे नहीं तो पूरी तरह निरस्त कर पुराना पैर्टन लागू करें। मैं सरकार को आगाह करता हूँ कि दलितों, गरीबों एवं पासवान समाज पर अत्याचार बंद करें नहीं तो आंदोलन होगा और वह आंदोलन रोकने से भी नही रूकेगा। राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल भी पशुपति कुमार पारस के साथ अरवल जिला के चकिया गांव के घटनास्थल पर पहुँचंे और सुमन देवी के परिजनों से राष्ट्रीय प्रवक्ता अग्रवाल मुलाकात कर इस हृदयविदारक घटना पर अपार दुख एवं शोक जताया। पशुपति पारस के साथ पटना से वहां पहुचनेवाले में नेताओं में मुख्य रूप से राष्ट्रीय महासचिव रामजी सिंह, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत कुमार, दलित सेना के प्रधान महाासचिव घनश्याम कुमार दाहा, छात्र रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकाश यादव, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन्द्र यादव, प्रदेश महासचिव रंजीत पासवान, पारसनाथ गुप्ता, चंदन गांधी, राजेश सिंह, शिवनाथ पासवान, मनोज सिंह सहित अन्य नेतागण मौजूद थे।
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