मंगलवार को महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का विधिवत उद्घाटन हो गया. केंद्रीय परिवहन एवं राज्यमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया. मौके पर कई मंत्री, विधायक व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित हुए. सेतु के 1 नंबर पाया के निकट तेरसिया में बने भव्य पंडाल में भव्य उद्घाटन समारोह किया गया.
इससे पहले साढ़े 5 किलोमीटर से ज्यादा लंम्बा महात्मा गंदी सेतु पुल का उद्घाटन तत्कालीन देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था. उत्तर बिहार को राज्य की राजधानी से जोड़ने वाली महात्मा गांधी सेतु को बिहार का लाइफ लाइन भी कहा जाता है.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान फीता काटकर गांधी सेतु के पूर्वी लेन का लोकार्पण किया. इसी के साथ मंगलवार से गांधी सेतु की दोनों लेनों पर आवागमन शुरू कर दिया गया. अब पटना समेत पूरे उत्तर बिहार के लोगों को गांधी सेतु पर ट्रैफिक जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा. साथ ही उत्तर बिहार के लोगों के लिए आना जाना आसान होगा.नितिन गडकरी ने कहा कि महात्मा गांधी सेतु बिहार की जीवनरेखा है, जो उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ता है. इस सुपर स्ट्रक्चर रिप्लेसमेंट परियोजना से महात्मा गांधी सेतु को पार करने का 2 से 3 घंटे का समय घटकर 5 से 10 मिनट का हो गया है. छपरा – गोपालगंज सेक्शन के 4 बाईपास सहित 2-लेन होने से हाईवे का ट्रैफिक बाईपास से निकल सकेगा और शहर को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी. उमागांव से भेजा मार्ग उच्चैठ भगबती एवं महिशी तारापीठ धार्मिक स्थलों को सीधा जोड़ेगा. औरंगाबाद-चोरदाहा सेक्शन 6-लेन मार्ग से बिहार की उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल से कनेक्टिविटी बेहतर होगी. मुंगेर-भागलपुर-मिर्जाचौकी सेक्शन 4-लेन ग्रीनफील्ड मार्ग से इस क्षेत्र के किसानों की उपजाउ फसल देशभर में पहुंचने में सुविधा होगी.
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