राज्य में इस माह 21 दिसंबर तक 31,807 लोगों की हुई स्क्रीनिंग
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि 30 साल से ऊपर वर्ष के लोगों को डायबटिज, हाइपरटेंशन व कैंसर से बचाने के लिए स्क्रीनिंग में तेजी लायी जा रही है। यह पॉप्यूलेशन बेस्ड स्क्रीनिंग कार्यक्रम एनसीडी प्रोग्राम (नॉन कॉम्यूनिकेवल डिजिज) के तहत प्रत्येक जिलों में चल रहा है। स्क्रीनिंग के दौरान जिन लोगों में रोग के लक्षण पाए जाते हैं, उन्हें इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) या अन्य चिकित्सा संस्थानों में भेजा जाता है।
श्री पांडेय ने कहा कि इस प्रकार की स्क्रीनिंग से राज्य में गैर संचारी रोगों के प्रति जागरुकता लाई जा रही है। कोरोना काल में भी स्वास्थ्य विभाग अन्य बीमारियों के प्रति सजग है। लोगों को कोरोना गाईडलाईन के अनुसार स्क्रीनिंग की जा रही है। यदि रोग अधिक भयावह हो गयी है तो उसके इलाज के लिए राज्य के बड़े सरकारी अस्पतालों में भेजने की जरुरत होती है, तो उन्हें राज्य के बड़े अस्पतालों में भी इलाज के लिए भेजा जाता है। इस साल अप्रेल से यह स्क्रीनिंग जारी है। इस साल अब तक 2 लाख 69 हजार 638 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है और लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि स्क्रीनिंग के दौरान कम्युनिटी बेस्ड असेसमेंट चेकलिस्ट (सीबैक) फॉर्म भरवाया जाता है। आशा उन्हें भरकर एएनएम के पास भेजती है, जहां उनकी बीमारी की स्क्रीनिंग होती है। सवाल जबाव के दौरान उन्हें नंबर दिये जाते हैं। यदि रोग पाए गये तो दवा भी दी जाती है। इस माह एक दिसंबर से लेकर सात दिसंबर तक राज्य में 5 हजार 156, आठ दिसंबर से लेकर 14 दिसंबर तक 10 हजार 86 और 15 दिसंबर से 21 दिसंबर तक 16 हजार 565 लोगों की स्क्रीनिंग कर उचित सलाह दी गई। इस माह में तीन सप्ताह में कुल 31 हजार 807 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। कोरोनकाल में भी स्वास्थ्यकर्मी लोगों को जागरूक कर स्क्रीनिंग के काम में लगे रहे।
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