पटना। रविवार को पटना स्थित होटल बुद्धा रेसिडेंसी में भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के तत्वावधान में विश्वकर्मा समाज के चिकित्सकों की राज्यस्तरीय सम्मेलन संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत मेडिकल ऑफिसर सह ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन बिहार के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष डॉ शालिग्राम विश्वकर्मा एवं संचालन दिवाकर शर्मा ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद के कर कमलों से भगवान विश्वकर्मा के तैल्यचित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्पमाला अर्पित कर किया गया। आयोजको के द्वारा उपस्थित अतिथियों का पुष्प माल्यार्पण कर अंग वस्त्रों से सम्मानित कर अभिनंदन एवम स्वागत किया गया।
भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद ने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य व्यक्ति जन्म सिद्ध अधिकार है अर्थात प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है की उसे सम्पूर्ण सुखी जीवन व्यतीत करने का अवसर मिले।स्वास्थ्य मानव जीवन का महत्वपूर्ण पक्ष है। जिसके बिना कोई भी व्यक्ति अपने क्षेत्र में उपलब्धि नहीं पा सकता है न कोई सफलता का अवसर प्राप्त कर सकता है। चिकित्सक अपने कार्य में नित्य लोगो को रोगों से बचाकर एक नया जीवन प्रदान करता है एवं स्वास्थ्य और खान पान के प्रति जागरूकता लाने का कार्य करते है। इसी तरह चिकित्सक वर्ग से अपेक्षा करता हु कि जिस प्रकार स्वस्थ जीवन की परिकल्पना कर जागृति के परिचायक है उसी प्रकार सामाजिक एकता व राजनीतिक चेतना का प्रसार में अपनी भूमिका को शामिल करे। विश्वकर्मा समाज सभी व्यवसायों से जुड़े लोगों का सम्मान करता है जिसमे डॉक्टर भी एक है उसे समाज में एक समाज सेवक की दर्जा दिया जाता है।
मुख्य अतिथि पी जी आई हॉस्पिटल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ विजय शर्मा ने कहा डॉक्टर हमारे समाज में से ही एक ऐसा इंसान होता है जो हमारे लिए मौत से लड़ता है। आज विश्वकर्मा समाज को चिकित्सक समाज पर एक आश टिकी है कि स्वस्थ जीवन के साथ साथ स्वस्थ समाज का निर्माण में अपना योगदान दे। आज ये यह बैठक अपने आप में अतुलनीय प्रयास है। आज के परिवेश में हम सबों को तन मन धन से मुकुल आनंद का हाथ मजबूत करने की जरूरत है। वही मौके पर बासुदेव शर्मा ने समाज की एकता पर बल देते हुए कहा किसी भी समाज की शक्ति उस समाज की संगठन पर निर्भर करती है। अध्यक्षीय संबोधन में डॉ शालिग्राम विश्वकर्मा ने कहा कि चिकित्सक,समाज को आकार देते है और हमारे जीने एवम काम करने के तरीके में सुधार करते है।
सुजाता शर्मा,रिंकू शर्मा,भावना शर्मा, डॉ सुधीर शर्मा,डॉ आर सी भूषण, डॉ मनोज शर्मा,डॉ रंजीत शर्मा,डॉ कमलेश शर्मा, डॉ सौरभ शर्मा,डॉक्टर राकेश शर्मा,पर्यावरण वैज्ञानिक अशोक कुमार शर्मा,सेवा निवृत सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक ईश्वर चंद्र,भिखारी शर्मा,आदि कई वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। अंत में डॉ सुधीर शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा की आपने महती समय निकालकर अपनी उपस्थिति देकर समाज को एक आईना प्रदान किए है जो अपने आप में बेमिसाल है। कार्यक्रम में सैकड़ों चिकित्सकों की उपस्थिती थी।
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