पटना।
भारतीय जनता पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट डॉ मनोज कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पूर्व ही पीएम मोदी की करिश्माई नेतृत्व के आगे इंडिया गठबंधन पूरी तरह से बिखर चुका है। अब तो आलम ये है कि रुठने और मनाने का खेल जारी है। दिशाहीन विपक्ष मुद्दों के अभाव में भी भटक रहा है। ये गठबंधन आपसी स्वार्थ से भरा है। इंडिया गठबंधन में दरार साफ दिख रहा है, तभी तो कांग्रेस सांसद श्री राहुल गांधी ने बिहार के सीएम श्री नीतीश कुमार को फोन करके मनाने की कोशिश की। ये दर्शाता है कि इंडी गठबंधन में ऑल इज वेल नहीं है। उधर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी श्री नीतीश कुमार के पीएम बनने के मंसूबे पर पानी तब भेर दिया, जब उन्होंने पीएम पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष का नाम प्रस्तावित कर दिया। राजद अध्यक्ष लालू यादव ने भी श्री नीतीश कुमार की पैरवी संयोजक बनने के लिए नहीं की।
डॉ मनोज कुमार ने कहा कि मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने जदयू को तवज्जो नहीं दिया था और उनकी दो सीटों की मांग को खारिज कर दी थी। दिल्ली में श्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी, पश्चिम बंगाल में ममता की पार्टी, यूपी में श्री अखिलेश की सपा और बिहार में राजद – जदयू। ये सभी क्षे़त्रीय पार्टियां भी अपने – अपने राज्यों में कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में तवज्जों देने के मूड में नहीं है। ऐसी परिस्थिति में गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग व पीएम पद को लेकर आपसी तकरार सतह पर है। 19 दिसंबर को हुए इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद कलह और बढ़ गया है। मामला और तूल तब पकडा जब कांग्रेस अध्यक्ष को पीएम उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित किया गया था।
डॉ मनोज कुमार ने कहा कि इंडी अलायंस भाजपा विरोध करने से पहले आपसी विरोध शांत कर लें। जनता की नजरों में खुद को साबित करें। आज देश का हर वर्ग आदरणीय पीएम श्री नरेंद्र मोदी के विकास नीति के साथ खड़ा है। युवाओं के मन में नये भारत का सपना है। मगर नेतृत्व व मुद्दाविहीन विपक्ष देशहित में बात न करके अपने स्वार्थ की बात कर रहा है।
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