राज्य में हर माह औसतन एक लाख मरीजों को दी गयी सेवा1022 एंबुलेंस संचालित, हर प्रखंड को मिलेगी अत्याधुनिक एंबुलेंस
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित 102 निःशुल्क एंबुलेंस सेवा के तहत पिछले 6 माह के दौरान सात लाख 16 हजार 447 मरीजों को लाभ दिया गया। औसतन हर माह एक लाख 19 हजार से अधिक मरीजों को लाभ मिल रहा है। प्रत्येक एंबुलेंस रोजाना औसतन 5.1 फेरा लगाता है।
श्री पांडेय ने कहा कि प्रदेश में पहले गर्भवतियों, एक वर्ष तक के बीमार बच्चों, 60 वर्ष से अधिक के आयु के बुजुर्गों, राशन कार्डधारी मरीज, कालाजार रोगी, रेफर बच्चे व चमकी-बुखार से पीड़ित बच्चों को ही लाभ दिया जाता था। इस साल से फरवरी माह से सभी मरीजों के लिए एंबुलेंस सेवा निशुल्क कर दिया गया। इस सेवा में 1022 एंबुलेंस संचालित हो रही है। कोरोना काल में भी एंबुलेंस सेवा सुचारू रूप से संचालित होती रही। निःशुल्क एंबुलेंस संेवा सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध है। टॉल फ्री नंबर 102 पर कॉल या मोबाइल एप 102 के माध्यम से निःशुल्क एंबुलंेंस की सेवा ले सकते हैं। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज के लिये ही निःशुल्क एंबुलेंस सेवा मुहैया कराईं जा रही है। विभाग अधिक से अधिक मरीजों को मुफ्त में एंबुलेंस उपलब्ध कराने को निरंतरं प्रयासरत है। इसके लिये एक हजार अतिरिक्त एंबुलेंस राज्य में खरीदी जा रही है। इसमें पचास फीसदी अत्याधुनिक (एएलएस) एंबुलेंस होंगी।
श्री पांडेय ने कहा कि सुदूर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों पर विशेष ध्यान है ताकि उनको अस्पताल पहुंचने में कोई परेशानी नहीं हो। इसके लिये मरीज के घर तक ंएंबुलेंस पहुंचने के लिये समय तय है। शहरी क्षेत्र में कॉल करने के 30 मिनट के बाद और ग्रामीण क्षेत्र में 40 मिनट में एंबुलेंस पहुंचने की व्यवस्था है। इस सेवा के शुरू होने का सबसे अधिक लाभ आर्थिक रूप से कमजोर और सुदूर क्षेत्रों के मरीजों को हो रहा है।
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