पटना. 13 अक्टूबर : भरतीय जनता पार्टी के नेता व पूर्व विधान पार्षद डॉ. रणबीर नंदन एव प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ,जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर खूब बरसे हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि ललन सिंह जी की भाषा मर्यादित कभी नहीं रही है और अब वे अमर्यादित व्यवहार के शिखर पर पहुंच गए हैं। ललन सिंह ने खुद को पूरी तरह राष्ट्रीय जनता दल का कार्यकर्ता मान लिया है और उसी के अनुरूप आचरण कर रहे हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद ललन सिंह जी ने नाम के लिए ही रखा है। वे जदयू और नीतीश कुमार को पूरी तरह बरबाद करने के एजेंडे पर काम कर रहे हैं।
दोनों नेताओं ने कहा कि ललन सिंह ने खुद कितने घाट का पानी पिया है, यह पूरा बिहार जानता है। लालू यादव के खिलाफ थे तो जदयू में रहते हुए चारा घोटाला के सबूत कोर्ट तक पहुंचाए। बाद में जब जदयू में नीतीश कुमार से ठन गई तो उनके पेट के दांत ललन सिंह जी को दिखने लगे और ऑपरेशन करने की बात करने लगे। अब भाजपा के खिलाफ हैं तो लालू यादव के घर चक्कर लगाकर नीतीश कुमार को अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं। लालू यादव और ललन सिंह दोनों अलग अलग पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। लेकिन लालू यादव से अनौपचारिक रूप से मिलने ललन सिंह उनके घर पहुंच जाते हैं।
डॉ. नंदन ने कहा कि ललन सिंह कहते थे कि जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाएंगे। जबकि हकीकत यह है कि जदयू बिहार में ही तीसरे नंबर की पार्टी बन चुकी है और आने वाले किसी भी चुनाव में जदयू का खाता नहीं खुलने वाला है। इसके लिए बहुत दूर जाने की जरुरत नहीं है, 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद के उपचुनाव में जदयू को कोई जीत नहीं मिली है। ललन सिंह जैसे नेताओं ने नीतीश कुमार को ट्रैप कर लिया है और जदयू को कब्र तक ले जाने के लालू यादव के एजेंडे को पूरा करने में लगे हैं।
दोनों नेताओं ने आगे कहा कि भाजपा से टकराने की उनकी राजनीतिक औकात के बारे में हर कोई जानता है। भाजपा खिलाफ थी तो मुंगेर से एक लाख 10 हजार वोट से ललन सिंह लोकसभा चुनाव हारे थे और भाजपा के साथ जदयू का गठबंधन था तो 1 लाख 68 हजार वोट से जीते थे। ललन सिंह अपनी ही सीट पर भाजपा के महत्व का आंकलन कर लें। पूरे बिहार और पूरे देश का आंकलन ललन सिंह के वश की बात नहीं है।
हाल ही की टिप्पणियाँ