मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार आज हज भवन में जदयू द्वारा आयोजित दावत-ए-इफ्तार में शरीक हुये। मुख्यमंत्री को गुलदस्ता, टोपी एवं साफा भेंटकर उनका अभिनंदन किया गया। इफ्तार के बाद रोजे की नमाज अदा की गई, जिसमें दावत-ए-इफ्तार में शरीक मुख्यमंत्री सहित सभी रोजेदारों ने प्रदेश, समाज और देश में अमन-चैन, शांति एवं भाईचारे का माहौल कायम रहने की दुआ माँगी। मुख्यमंत्री ने दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुये विभिन्न दलों के नेताओं का स्वागत किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, विधि मंत्री श्री शमीम अहमद, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री आलोक कुमार मेहता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री श्रीमती अनिता देवी, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो० जमा खान, आपदा प्रबंधन मंत्री श्री शाहनवाज, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष श्री अवध बिहारी चौधरी, बिहार विधान परिषद् के सभापति श्री देवेश चन्द्र ठाकुर, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, कॉंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद श्री अखिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी, विधान पार्षद श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, विधान पार्षद श्री खालिद अनवर, जदयू प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुशवाहा, बिहार स्टेट सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन श्री इरशादुल्लाह, बिहार स्टेट शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद अफजल अब्बास, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री सलीम परवेज, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की प्रधान सचिव डॉ० सफिना ए०एन० सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं रोजेदार उपस्थित थे।
हज भवन में आयोजित दावत-ए-इफ्तार में शरीक होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां हमलोग दावत-ए-इफ्तार में आए हैं, आप सभी को बहुत-बहुत बधाई। कल भी आपलोग 1 अणे मार्ग में आयोजित दावत – ए – इफ्तार में शामिल हुए थे।
नवादा और सासाराम हिंसा मामले में आरोपियों के घर की हो रही कुर्की जब्ती के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों जगहों पर प्रशासन के लोग लगे हुए हैं। वे लोग अपना काम कर रहे हैं। जहां भी नुकसान पहुंचाया गया है, उसके लिए भी कुछ किया जाएगा। लोगों के हित में जो करना है वह किया जाएगा।
अडाणी मामले में जे०पी०सी० के गठन को लेकर श्री शरद पवार के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो वही बताएंगे, हमने भी देखा कि लोगों की राय अपनी-अपनी होती है, यह उनकी अपनी इच्छा है
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