11 जिलों में प्रथम चरण के अंतर्गत कार्य होगा प्रारंभ स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े लोगों को किया जा रहा प्रशिक्षित
पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि केंद्र की प्रोग्रैमेटिक मैनेजमेंट आफ टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट (पीएमटीपीटी) योजना से राज्य में टीबी की पूर्ण रोकथाम में मदद मिलेगी। प्रथम चरण में क्रमशः 11 जिले दरभंगा, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, सारण, पूर्णिया, सिवान, गोपालगंज, नालंदा, समस्तीपुर, भागलपुर और वैशाली शामिल हैं। वैशाली और दरभंगा में कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है। इस योजना के तहत 2025 तक टीबी उन्मूलन की महत्वाकांक्षी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य में अब टीबी की रोकथाम के लिए न सिर्फ मुफ्त उपचार होगी, बल्कि लोगों को जागरूक कर इससे पूर्व ही बचाव के उपाय भी सुझाए जाएंगे ।
श्री पांडेय ने बताया कि प्रथम चरण में इस वित्तीय वर्ष 2021-22 में 11 जिलों के भीतर ये योजना लागू होगी। राज्य भर में टीबी रोगियों के परिवारों की भी पहचान कर जांच की प्रक्रिया तेज की जाएगी, ताकि टीबी के पूर्ण समाप्ति के लिए लड़ाई लड़ी जा सके। इसके तहत राज्य के सभी जिलों में टीबी पीड़ित रोगियों के संपर्क में रहने वाले परिवार के सभी सदस्यों को टीबी रोग से मुक्त रखने हेतु टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट प्रारंभ किया जा रहा है। वैशाली जिले के विद्युपुर प्रखंड के मंझौली पंचायत एवं दरभंगा जिले में कार्यक्रम क्रियान्वयन के लिए लर्निंग प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हो गया है। सभी जिलों में चिकित्सकों, चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्यकर्मियों एवं गैरसरकारी स्वयंसेवी संगठनों यथा वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर, डाक्टर्स फार यू, क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनिटिएटिव के जिला एवं प्रखंड स्तरीय मानव संसाधन को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
श्री पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की कोशिश है कि प्रदेश में टीबी संक्रमित लोगों का शीघ्र उपचार हो। नई योजना के मुताबिक उच्च जोखिम युक्त समुदाय में विशेष रूप से टीबी संभावित रोगों की रोकथाम में सहायक साबित होगी। टीबी प्रीवेंशन योजना से टीवी संक्रमित के संपर्क में आने वाले लोगों को संक्रमण से बचाने का काम करेगा। जो लोग प्राइवेट चिकित्सकों से इलाज करवाते हैं, उन्हें भी इस योजना का लाभ मिल सके इसके लिए विभिन्न माध्यमों से जागरुकता फैलायी जा रही है।
हाल ही की टिप्पणियाँ