पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए था. मामले को लेकर जांच कमेटी बन गई है.
पटना: सोमवार को राजधानी पटना रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग ( 7th Phase Teacher Recruitment) को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन की बौछार की गई. इस दौरान हाथों में तिरंगा थामे एक अभ्यर्थी को लॉ एंड आर्डर एडीएम केके सिंह ने डाकबंगला चौराहा पर बुरी तरह से डंडे से पीटा. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं.
तेजस्वी यादव ने दिए जांच के आदेश: तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस तरह का व्यवहार अभ्यर्थियों से किया गया वह सही नहीं था. हमने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो सदस्यीय जांच टीम बना दी है. रिपोर्ट आने के बाद दोषी अधिकारियों पर उचित कार्रवाई होगी. तेजस्वी यादव ने राजद कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस किया और पटना में हुए लाठीचार्ज को पूरी तरह से गलत बताया.
जो हुआ वह गलत हुआ है, ऐसा नहीं होना चाहिए था. मामले के संज्ञान में आने के बाद मैंने खुद डीएम से बात की है. मेरी लड़ाई रोजगार को लेकर ही थी. खुद सीएम नीतीश कुमार दस लाख नौकरी और दस लाख रोजगार की बात को कह चुके हैं. मामले को लेकर जांच कमेटी बन चुकी है. मैंने सबकुछ देखा है. जांच में जो भी आएगा उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. हम सारे अभ्यर्थियों से लगातार मुलाकात भी कर रहे हैं. अभ्यर्थी निश्चिंत रहें. दो साल भाजपा के लोगों ने खराब किए हैं.”- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार
तेजस्वी ने अभ्यर्थियों से की संयम बरतने की अपील: उन्होंने कहा कि एक दृश्य सामने आया जहां एडीएम लाठीचार्ज कर रहे हैं. हमने मामले को समझा और पूछा कि क्या कार्रवाई की जा रही है? डीएम ने कहा कि जांच कमेटी बना दी गई है. दोषी पाने पर एडीएम को सजा मिलेगी. हमारी लड़ाई रोजगार को लेकर रही है. महागठबंधन की सरकार ने 15 अगस्त को 10 लाख नौकरी देने का ऐलान किया था. हमारी अभ्यर्थियों से अपील है कि आपकी सरकार है, जनता की सरकार है गरीबों की सरकार है, थोड़ा संयम बरतें. इस दिशा में हम काम करेंगे. हर चीज को संयोजित किया जा रहा है. सभी को रिक्त पदों को भरने के निर्देश दिए गए हैं.बीजेपी पर साधा निशाना: इस दौरान तेजस्वी यादव ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि छात्र छात्राओं के भविष्य को उन लोगों ने अंधकारमय कर दिया है. उनका दो साल बर्बाद कर दिया लेकिन वर्तमान सरकार उस दिशा में काम कर रही है. जल्द ही लोगों को अच्छा न्यूज मिलेगा. एसटीईटी को लेकर अभ्यर्थी राजभवन मार्च कर रहे थे. हमने न्यूज द्वारा तस्वीरें भी देखीं और डीएम से हमने बात की.
क्या है पूरा मामला : सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग को लेकर पटना में अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे थे. पटना के लॉ एंड आर्डर के एडीएम केके सिंह ने डाकबंगला चौराहा पर हाथों में तिरंगा लेकर प्रदर्शन कर रहे एक अभ्यर्थी को लाठी से मार मारकर उसका सिर फोड़ दिया, उसे बेहोश कर दिया. यही नहीं जब मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल पूछना चाहा तो उन्होंने हाथापाई शुरू कर दी. हालांकि लाठीचार्ज के दौरान उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपशब्द कह रहा था और नियोजन की मांग कर रहा था. यही देख एडीएम साहब को गुस्सा आया और मीडिया के कैमरा के सामने ही उन्होंने छात्र को इतना पीटा की छात्र बेहोश हो गया.नियुक्ति में देरी से नाराजगी: वहीं, सूत्रों के मुताबिक प्रस्तावित सातवें चरण में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 83 हजार 277 से अधिक रिक्तियां हैं. इनमें सबसे अधिक 49 हजार 361 रिक्तियां 6421 उच्च माध्यमिक स्कूलों के लिए होंगी. माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में नियुक्तियों के लिए नियमावली तैयार की जा रही है. माध्यमिक स्कूलों में 33 हजार 916 पद रिक्त हैं. 5425 माध्यमिक स्कूलों में प्रति स्कूल छह-छह शिक्षकों की नियुक्ति की जानी हैं. ये शिक्षक हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान के होंगे. साथ ही उर्दू ,संस्कृत आदि के लिए 5791 और कंप्यूटर शिक्षक के लिए एक हजार पदों पर नियुक्त होनी है. लेकिन विभाग ने अभी इसकी तारीख तय नहीं की है, जिसका छात्रों को बेसब्री से इंतजार है और इनका कहना के सरकार बेवजह नियुक्ती में देर कर रही है.
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