सियासी हथकंडे अपना अपनी संभावना टटोल रही कांग्रेस
पटना। महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की पद यात्रा को स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने सुपर फ्लॉप बताया है। श्री पांडेय ने कहा कि कांग्रेस की इस सड़क मार्च से आम-अवाम को कोई वास्ता नहीं है। कांग्रेस का काम सदन से लेकर सड़क तक सिर्फ और सिर्फ हंगामा करना है। कांग्रेस नेताओं की हठधर्मिता के कारण संसद का शीत सत्र लगातार हंगामे की भेंट चढ़ता रहा। राज्य में अलग-थलग पड़ने के बाद कांग्रेस की बेचैनी बढ़ गई है। इसलिए तरह-तरह के सियासी हथकंडे अपना राज्य में अपनी संभावना टटोल रही है।
श्री पांडेय ने कहा कि 2024 में फाइनल खेलने का ख्वाब देखने वाली कांग्रेस 2022 के ही सेमीफाइनल में क्लीनबोल्ड हो जायेगी। यह अलग बात है कि भाई के कारनामों से पार्टी को मात खाता देख बहन प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में सियासी जमीन तलाश रहीं हैं, लेकिन उŸार प्रदेश की जनता का आशीर्वाद बीजेपी के साथ है। उŸार प्रदेश और देश की जनता रूप बदल जनता की सेवा करने वाले ऐसे मौकापरस्त नेताओं को कभी माफ करने वाली नहीं है। सहानुभूति बटोर सत्ता का ख्वाब देखने वाले दोनों भाई-बहन का यह हाल है कि जिस अमेठी लोकसभा सीट पर अधिकांश समय तक इनके पुर्वजों का कब्जा रहा, वहां से हारने के बाद कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी झांकने तक नहीं गये। अब जब उŸार प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब है, तो दोनों भाई-बहन करीब ढाई साल बाद पद यात्रा करने अमेठी पहुंच गये।
श्री पांडेय ने कहा कि आज भले ही महंगाई को लेकर कांग्रेस जनता के बीच सड़क पर निकली है, लेकिन देश की जनता कांग्रेस शासन की कमरतोड़ महंगाई भूली नहीं है। देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता और देश के राज्यों में हो रहे विकास कार्यों से कांग्रेस समेत विपक्षी नेताओं की राजनीतिक दुकानों पर ताला तल गया है। यही कारण है कि तीसरा मोर्चा भी बौखलाहट में है और कांग्रेस से कन्नी काट अलग नेतृत्व करने को तैयार है। कांग्रेस को डर है कि राजद की तरह ही कहीं तीसरा मोर्चा भी उसे दरकिनार कर देगा, तो संसद में कांग्रेस दहाई अंक तक भी नहीं पहुंचेगी। इसलिए कांग्रेस विधायी कार्यों से लेकर विधि व्यवस्था तक में खलल डाल जनता को गुमराह कर रही है, लेकिन हमेशा की तरह कांग्रेस नेताओं को असफलता ही हाथ लगती है।
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