शिक्षकों और चिकित्सकों की कमी की जा रही है दूर आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करने की प्रक्रिया तेज
पटना। स्वास्थ्य मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग देसी चिकित्सा को विकसित करने में लगा है। विभाग वर्षों से बंद सरकारी आयुर्वेद कॉलेज सह अस्पताल में पढ़ाई प्रारंभ कराने का प्रयास कर रहा है। दरभंगा स्थित आयुर्वेद कालेज और अस्पताल में अगले शैक्षणिक सत्र से पढ़ाई शुरू करने के प्रयास प्रारंभ कर दिये गये हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि आयुर्वेद कॉलेज और अस्पताल, दरभंगा में वर्षों से पढ़ाई बंद है। पूर्व में 30 सीटों पर बीएएमएस कोर्स में दाखिला होता था, लेकिन उसके बाद सीसीआईएम (सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन) ने इस कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी। दरभंगा आयुर्वेद कॉलेज और अस्पताल में पढ़ाई और चिकित्सा सेवा शुरू करने के लिए शिक्षकों और चिकित्सकों की कमी दूर की जा रही है। बारह शिक्षकों और चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। बंद विभागों और सेवाओं को शुरू किए जा रहे हैं। दरभंगा के साथ साथ बेगूसराय आयुर्वेद कालेज और अस्पताल के दो नए भवन बनाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
श्री पांडेय ने कहा कि फिलहाल पटना और बेगूसराय स्थित आयुर्वेद कॉलेज सह अस्पताल में पढ़ाई हो रही है। दरभंगा के आयुर्वेद कॉलेज और अस्पताल को मान्यता मिल जाने के बाद प्रदेश में आयुर्वेद पढ़ाई की तीन सरकारी संस्थान हो जाएंगे। इसके बाद भागलपुर स्थित आयुर्वेद कालेज और अस्पताल की मान्यता दिलाने के प्रयास किये जाएंगे। इसके लिए आवश्यक मानक को पूरा किए जा रहे हैं। साथ ही आयुर्वेदिक, होमियोपैथी और यूनानी चिकित्सा कालेजों की शैक्षिक और आधारभूत संरचना की कमियां दूर की जाएगी।
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