आज दिनांक 06 दिसम्बर 2022 को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यालय में भारतीय संविधान के शिल्पकार व महान समाज सुधारक बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर जी की पुण्यतिथि परिनिर्वाण दिवस राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री, पशुपति कुमार पारस की उपस्थिति में मनाई गई। इस अवसर पर पशुपति पारस ने अम्बेडकर साहब तैल्य चित्र पर माल्यार्पण एवं श्रद्धा-सुमन अर्पित करने के बाद उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते कहा की आज ही के दिन बाबा साहेब अम्बेडकर जी का निधन हुआ था और आज के दिन को हमारी पार्टी और दलित सेना महापरिनिर्वाण के रूप में मनाती है। बाबा साहब अम्बेडकर ने अपने संघर्षों और अपनी शिक्षा से सामाजिक मूल्यों को विकसित किया दलितों, शोषितों एवं वंचितों के उत्थान के लिए व आजीवन समर्पित रहे। अपने पूरे जीवनकाल में वे कभी भी अपने मूल्यों से विचलित नहीं हुए उनका व्यक्तित्व विराट था। शोषितों और वंचितों के साथ-साथ महिलाओं के भी मसीहा थे बाबा साहब अम्बेदकर। समाज में महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया।
बाबा साहेब हमेशा महिला शिक्षा पर और महिला सशक्तिकरण पर जोर देते थे। पशुपति पारस ने कहा कि बाबा साहब का मानना था यदि महिलाएं शिक्षित और संगठित हो जाये तो समाज को सही दिशा में जाने में वे अपना अहम योगदान दे सकती है, बाबा साहेब का जीवन हम लोगों के लिए हमेशा प्रेरणादायी रहेगा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय लोजपा के राष्ट्रीय लोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल, राष्ट्रीय महासचिव रामजी सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सर्राफ, राष्ट्रीय महासचिव एल्विस जोसेफ, राष्ट्रीय सचिव, जियालाल, दलित सेना के राष्ट्रीय महासचिव एल.के. राजोरा, प्रदेश उपाध्यक्ष महताब आलम, राष्ट्रीय सचिव आफाक सालान सहित उपस्थिति पार्टी पदाधिकारियों ने भारतीय संविधान के जनक बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर के तैल्य चित्र पर मार्ल्यापण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किया एवं उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला।
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