कुल 1 लाख 2 बार फ्री डायलिसिस सेशन दिया गया, 35 जिलों में सुविधा उपलब्ध
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में किडनी मरीजों को निःशुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण डायलिसिस सेवा उपलब्ध कराने हेतु स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके तहत दिसंबर 2020 से 31 मार्च 2022 तक सूबे के 2 हजार 2 सौ आठ किडनी मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा प्रदान की गई, जिसमें सभी किडनी मरीजों को 1 लाख 2 बार मुफ्त डायलिसिस सेशन की सुविधा प्रदान की गई है।
श्री पांडेय ने कहा कि किडनी रोग से पीड़ित रोगियों को दिसम्बर 2020 से लेकर मार्च 2022 की अवधि के दौरान सबसे ज्यादा सदर अस्पताल मुजफ्फरपुर के 152 किडनी मरीजों को डायलिसिस की सुविधा प्रदान की गई। निजी अस्पतालों में आर्थिक रूप से कमजोर किडनी के मरीजों को डायलिसिस करवाने के लिए उन्हें एक बड़ी धन राशि वहन करनी पड़ती है। लिहाजा सरकार आर्थिक रूप से कमजोर ऐसे किडनी मरीजों के लिए सूबे के सभी जिला अस्पतालों में डायलिसिस सेवाओं सहित उनकी देखभाल को लेकर बेहतर सुविधा देने पर बल दे रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि मौजूदा कोविड काल में भी यह डायलिसिस की सुविधा जारी है। राज्य में राशन कार्ड वालों को यह सुविधा मुफ्त प्रदान की जा रही है। विभाग द्वारा राज्य के 35 जिलों के सरकारी अस्पतालों में में पीपीपी मॉडल के तहत किडनी मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है। जिनके पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है, उन्हें मामूली दरों पर इन अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है।
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