सरकार की बड़ी योजनाऐं चढ़ रही है भ्रष्टाचार की भेंट – विजय कुमार सिन्हा
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार की सभी बड़ी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। सात निश्चय अंतर्गत लागू नल जल योजना असफल हो गई है। लक्षित लोगों को इस योजना से जल नहीं मिल रहा है।
श्री सिन्हा ने नल जल योजना की जांच की मांग करते हुए कहा कि इससे घोटाला का पर्दाफाश होगा। बिहार विधानसभा सत्र के दौरान अधिकतर सत्तापक्ष के ही लोग इस योजना में घटिया सामग्री का उपयोग, मानक से हटकर पाइप लगाना एवं प्राक्कलन के मुकाबले कम सामान लगाकर इसे शुरू करने से पहले विफल कर देने की बात वाद-विवाद एवं प्रश्न के द्वारा उठाते थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि इतनी बड़ी राशि का दुरुपयोग न कर इसे विद्यालय भवन, शैक्षिक उपकरण एवं शिक्षकों पर खर्च किया जाता है तो राज्य में शिक्षा मद में आधारभूत संरचना का निर्माण संभव होता। श्री सिन्हा ने सरकार को सचेत किया कि हर घर गंगाजल योजना का भी यही हश्र होने वाला है। 4000 करोड़ की लागत से शुरू हर घर गंगाजल योजना में भी लूट की छूट थी। यह योजना बिहार के लोगों के साथ छलावा है। राज्य की अधिकांश आबादी अभी भी स्वच्छ जल हेतु आंखें बिछाए बैठी है। इन्हें पीने का पानी उपलब्ध कराना चाहिए था। लेकिन मुख्यमंत्री जी का ध्यान इस आवश्यक आवश्यकता के तरफ नहीं है। मुख्यमंत्री ने नल जल योजना में व्यापक घोटाला से ध्यान भटकाने के लिए गंगा जल योजना का शुरुआत किया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का अब एक सूत्री कार्यक्रम चेहरा चमकाना है। पाखंड की हद तब हो जाती है जब यह बार-बार कहते हैं कि मुझे प्रचार-प्रसार में विश्वास नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज राज्य के आय स्रोत में कमी हो गई है। अब इस परिस्थिति में गुणवत्तापूर्ण खर्च किया जाना चाहिए। पर यह लुटाने में लगे हैं।
श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सभी असफल और सफल योजनाओं की समीक्षा कर इस पर श्वेतपत्र जारी करने की बजाय इन्होंने नई योजना लाकर पैसों का बंदरबांट की व्यवस्था कर दिया है। उन्होंने कहा कि पवित्र गंगाजल की आवश्यकता अंतिम समय में मोक्ष प्राप्ति के लिए होती है। अब सरकार का भी अंतिम समय आ गया है। हाथीदह सिमरिया उत्तरायण गंगा के जल से मुक्ति हेतु व्यवस्था बनाने में लगे हैं.
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