नालंदा जिले के बिहार शरीफ और सासाराम में पिछले शुक्रवार को रामनवमी जुलूस पर हुए पथराव के बाद स्थिति काफी बिगड़ गई थी. पिछले चार दिनों से लोग घरों में दुबके हुए थे. अब स्थिति में काफी सुधार देखने को मिल रहा है. नालंदा हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 15 एफआईआर दर्ज करते हुए 130 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, सासाराम में 3 एफआईआर करते हुए 43 लोगों को अरेस्ट किया गया है.
हाइलाइट्स
नालंदा हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 15 एफआईआर दर्ज, 130 गिरफ्तार हुए.
सासाराम हिंसा मामले में 3 एफआईआर दर्ज, अब तक 43 लोग गिरफ्तार किए गए.
4 अप्रैल तक इंटरनेट बंद, स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान, व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद.
पटना/ नालंदा/सासाराम. बिहार के सासाराम और नालंदा में हुई हिंसक घटना पूरे देश के सुर्खियों में है. इस मामले को लेकर एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार (Jitendra Singh Gangwar) ने सोमवार को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नालंदा और सासाराम में शांतिपूर्ण स्थिति है. पर्याप्त सुरक्षा बल कैंप कर रहे हैं. नालंदा एवं रोहतास में विधि-व्यवस्था की स्थिति में अब सुधार देखने को मिल रहा है. नालंदा हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 15 एफआईआर दर्ज करते हुए 130 लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं सासाराम में 3 एफआईआर दर्ज करते हुए 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. चार अप्रैल यानी मंगलवार तक दोनों ही जगहों पर इंटरनेट सेवा बंद की गई है.
इस संबंध में जानकारी देते एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि चार अप्रैल तक रोहतास में चार बजे तक और नालंदा में नौ बजे तक बंद इंटरनेट सेवा बंद रहेगी. स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान और व्यापारिक प्रतिष्ठान 4 अप्रैल तक के लिए बंद हैं. नालंदा और रोहतास में शांति व्यवस्था बहाल है. उन्होंने बताया कि सासाराम में विस्फोट की खबर आई थी पर बिहार पुलिस के अनुसार किसी घर के बाहर पटाखा फोड़ा गया, इस मामले की सत्यता की जांच की गई है.
बता दें कि बिहारशरीफ के नालंदा में हुई हिंसा के बाद FSL टीम मदरसा अजीजिया पहुंची. गौरतलब है कि जिले के बिहार शरीफ में शुक्रवार की देर शाम रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद भड़की हिंसा में करोड़ो की नुकसान पहुंचाया है. इसका लाइव सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. एडीजी ने यह भी बताया कि दोनों ही शहरों से हो रहे पलायन के मामलों की भी जांच हो रही है. सासाराम में विस्फोट की खबर आई. इस मामले की सत्यता की जांच की गई तो पता लगा कि किसी घर के बाहर पटाखा फोड़ा गया था.
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