बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अप्रत्यक्ष रूप से केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। साथ ही कहा कि आज कल मीडिया पर कब्जा कर लिया गया है, जो काम नहीं करते, उनकी ही चर्चा होती रहती है
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अप्रत्यक्ष रूप से केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। साथ ही कहा कि आज कल मीडिया पर कब्जा कर लिया गया है, जो काम नहीं करते, उनकी ही चर्चा होती रहती है लेकिन बिहार में जो अच्छा काम होता है उसकी चर्चा नहीं होती।
नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक गांधी मैदान में ‘बिहार दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमलोग समाज के सभी तबके के विकास और उत्थान के लिए काम करते हैं। आज कल मीडिया पर कब्जा कर लिया गया है, जो काम नहीं करते उनकी ही चर्चा होती रहती है। बिहार में जो अच्छा काम होता है, उसकी चर्चा नहीं होती है और जो काम नहीं होता है, उसकी चर्चा होती है।”
वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का इतिहास काफी गौरवशाली है। महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति यहीं हुई थी। भगवान महावीर को जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और निर्वाण यहीं हुआ। सिखों के प्रथम गुरू गुरु नानकदेव जी महाराज, सिखों के 9वें गुरू तेगबहादुर जी महाराज भी यहां आए थे। सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जन्म भी यहीं हुआ था। वर्ष 2017 में गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का 350वां प्रकाश पर्व धूमधाम से यहां मनाया गया था। प्रकाश पर्व का आयोजन प्रति वर्ष किया जाता है। बिहार सूफी संतों की भी कर्मभूमि रही है। मनेर शरीफ, खानकाह मुजीबिया, खानकाह मुनिबिया, मितन घाट सूफी संतों की भूमि रही है।
सीएम ने कहा कि बिहार सबसे पौराणिक स्थल है। यह चंद्रगुप्त मौर्य, चाणक्य, सम्राट अशोक, आर्यभट्ट की भूमि रही है। महान विभूतियों के नाम पर हमलोगों ने चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र, चाणक्य विधि विश्वविद्यालय एवं आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना करवाई। विश्व प्रसिद्ध पुराने नालंदा विश्वविद्यालय को भी फिर से शुरू करवाया गया है। बिहार म्यूजियम अंतरराष्ट्रीय स्तर का बना है। देश में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का म्यूजियम बिहार में बना है। आज कल बाहर से बिहार आनेवाले लोग बिहार म्यूजियम को जरूर देखते हैं। पटना म्यूजियम का भी विकास करवाया जा रहा है। बिहार म्यूजियम को पटना म्यूजियम से अंडरग्राउंड कनेक्ट किया जा रहा है।
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